
माफिया अतीक अहमद को हत्या के एक मामले में न्यायालय में पेश करने के लिए साबरमती जेल से प्रयागराज पुलिस उत्तर प्रदेश लेकर आई है। अतीक अहमद पूरी तरङ से डरा हुआ है। उसने बड़ा बयान देते हुए कहा कि साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा है। मैंने वहां से कोई फोन नहीं किया, वहां पर जैमर लगे हुए हैं। उमेश पाल हत्या को लेकर उसने कहा कि मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। 6 साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो चुका है। उमेश पाल हत्याकांड मामले पर उसने बार-बार कहा कि परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। अभी तो बस रगड़ा जा रहा है। मैं जेल में था, मुझे इसके बारे में क्या पता?
अतीक ने कहा कि मेरे खिलाफ आरोप एकतरफा हैं। बेटे असद के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पूरे मामले से मेरे परिवार को दूर रखें, औरतों और बच्चों को परेशान न करें। उसमे मीडिया वालों से कहा कि मैं आपकी वजह से सुरक्षित हूं। उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में अतीक को गुजरात के अहमदाबाद शहर में उच्च सुरक्षा वाली साबरमती सेंट्रल जेल से साथ लेकर मंगलवार को सड़क मार्ग से प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। इससे पहले, अहमद को 26 मार्च को भी इसी रास्ते से प्रयागराज ले जाया गया था और उस समय भी पुलिस का काफिला शिवपुरी जिले में रुका था।
हालांति, उस समय जब मीडियाकर्मियों ने अतीक से सवाल किया था कि क्या उसे अपनी जान का डर है, तो उसने कहा था, ‘‘काहे का डर।’’ बुधवार को अहमद को प्रयागराज ले जा रहा पुलिस का काफिला सुबह पौने आठ बजे के आसपास झांसी से उत्तर प्रदेश की सीमा में दाखिल हुआ। उमेश पाल और उसके दो पुलिस सुरक्षा गार्डों की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों-गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस 26 मार्च को भी अतीक को अदालत में पेश करने के लिए साबरमती जेल से प्रयागराज ले गई थी।