
पंकज कुमार मिश्रा मीडिया पैनलिस्ट शिक्षक एवं पत्रकार, जौनपुर यूपी
# चार बार यूपी की रही मुख्यमंत्री , आज राजनीति में उपेक्षित । जानिये कैसे बदली राजनीति क़ी हवा ..?
क्या मायावती को हल्के में लेना गठबंधन क़ी बड़ी भूल साबित होगी , कितना महंगा पड़ेगा यह उपेक्षा क्या भाजपा भुनायेगी बसपा क़ी बगावत। बसपा सुप्रीमो मायावती इन दिनों यूपी सहित पूरे केंद्र क़ी राजनीति में हाशिये पर खड़ी है। जिस मायावती क़ी कभी तूती बोलती थी आज वहीं मायावती चंद जातिवादी नेताओं द्वारा उपेक्षित है। जातिवाद क़ी राजनीति का इससे भयानक अंत आपने कभी नहीं देखा होगा और अब सपा भी ऐसे ही अंत क़ी और अग्रसर है। उधर 2024 के सामान्य एलेक्शन से पहले मायावती ने इंडियन एलाएंस पर हमला करते हुए उसे दलित विरोधी और स्वार्थ परक गठबंधन करार दिया है। एक प्रेस इंटरव्यू के दौरान मायावती ने कहा कि ऐसे गठबंधन का मतलब होता है आपका अपना कुछ नहीं । इससे पहले भी पूर्व चुनाव में मोदी पर जुमलेबाजी का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा, ‘पीएम सबसे बड़े जुमलेबाज हैं। भाजपाईयों का मानना है क़ी प्रदेश में भाजपा के बढ़ते जनाधार से सपा और बसपा दोनों खतरा महसूस कर रही है इसलिये अनर्गल बयानबाजी जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव क़ी खीज साफ देखी जा सकती है। उधर मायावती ने सपा पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा, ‘मैंने अपना पूरा जीवन दलितों और अल्पसंख्यकों के उत्थान में समर्पित किया है जबकि सपा इन्हें लूट रही थी और अब खुद टूट और खत्म होने के कगार पर खड़ी है । मायावती ने कहा की 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने असंख्य वायदे किए थे 100 दिनों के अंदर काला धन वापिस लाकर सबको दिए जाएंगे कर्जा माफ किया जाएका, पेट्रोल डीजल की कीमतें नियंत्रित और कम होंगी हुआ क्या …? ऐसे मुद्दों को इस बार भी भुनाया जा रहा है। 4 वर्ष से अधिक हो चुके हैं दोबरा केंद्र में सरकार बने क्या एक रूपया भी किसी सवर्ण गरीब के खाते में जमा हुआ ..?
बीएसपी सुप्रीमो ने अडानी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार ने 10 महीने पहले से ही पार्टी नेताओं, चहेते कारोबारियों का पैसा जमा कराना शुरू कर दिया था। अभी तक नहीं बताया कि कितना काला धन जमा कराया। दाल में थोड़ा नहीं बहुत ही काला है। मिस्टर नेगेटिव दलित मैन ने गोल गोल बातें घुमाई। हमने तो अपने समर्थकों से मिले पैसों को बैंक में जमा कराया। लेकिन बीजेपी एंड कंपनी बड़े बड़े धन्नासेठों से पैसा लेकर चुनाव लड़ते हैं फिर जनता का शोषण करते हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार बनने पर गठबंधन भी , नक्सल और रोहिंग्या अजेंडे के तहत काम करेगी। अभी तक के संकेत के अनुसार बीएसपी अकेले चुनाव लड़ने जा रही है। राजस्थान मध्य प्रदेश और बिहार में हम सरकार बनाने में अहम होंगे , सभी नेताओं के चेहरे लटके हुए है। मायावती ने कहा कि बीजेपी तीन तलाक और कॉमन सिविल कोड किसान बिल को लेकर चुनाव लड़ती है । सपा अब हिन्दू मुश्लिम करके मुसलमानों को बेवकूफ बना रही ,इसके साथ ही माया ने समाजवादी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा ‘सपा के भी बुरे दिन आ चुके है , 2023 हारने पर सपा बौखलाई है , सपाई गुंडों को जेल में डाला जना चाहिये । किसी को भी छोड़ा न जाय । मेरी सरकार में गुंडों की असली जगह जेल में थी । जिलों और योजनाओं के नाम बदले गये पर हालत बदतर है। पिछले कार्य़काल की जनकल्याणकारी योजनाएं फिर शुरु हो । राजस्थान में हर तरफ डर असुरक्षा का माहौल है । कॉंग्रेस दो खेमों में बंटी, दोनों एक दूसरे को हराने में जुटे हैं। प्रदेश के मुस्लिम और दलित गहलोत के बहकावे में न आएं।’