
बिहार की राजनीति फिलहाल हिंसा के बाद काफी गर्म है। रामनवमी के दौरान बिहार के 2 जिले रोहतास और बिहारशरीफ में हिंसा की खबर आई थी। हालांकि, वर्तमान में वहां शांति है। लेकिन राजनीति इस पर लगातार जारी है। इन सबके बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आज इफ्तार पार्टी रखी गई है। इस इफ्तार पार्टी में राज्यपाल के अलावा तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से भाजपा नेताओं को भी इफ्तार पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया गया है। हालांकि, भाजपा ने इफ्तार पार्टी में शामिल होने से साफ तौर पर मना कर दिया है।
बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी को लेकर उन पर तंज कसा है। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार हिंसा में जल रहा है। कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है और मुख्यमंत्री इफ्तार पार्टी दे रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऐसी इफ्तार पार्टी में हमें शामिल नहीं होना है। नीतीश कुमार ने चोर दरवाजे से आरजेडी को सत्ता में ला दिया। आपको बता दें कि रामनवमी के दौरान बिहारशरीफ और नालंदा में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी जिसमें पत्थरबाजी और कई राउंड की फायरिंग की भी खबरें आई थी। 1 लोग की मौत भी हो गई है। हिंसा के दौरान वाहनों में तोड़फोड़ की गई। जबकि कई दुकानों में आग भी लगा दिया गया।
इन्हीं तमाम बातों को लेकर राजनीतिक पारा गर्म है। भाजपा नीतीश कुमार पर जंगलराज का आरोप लगा रही है। भाजपा का साफ तौर पर कहना है कि रोम जल रहा है और नीरो बांसुरी बजा रहा है। भाजपा के तमाम नेता नीतीश कुमार पर हमलावर है। इससे पहले नीतीश कुमार पटना के फुलवारी शरीफ में एक इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। इसको लेकर भी भाजपा जबरदस्त तरीके से उन पर हमलावर हुई थी। इस इफ्तार पार्टी में लाल किले का पोस्टर लगा था। इसके बाद भाजपा ने कहा था कि पोस्टर लगा देने से कोई लाल किले पर झंडा नहीं फहरा लेता।