
दिल्ली-एनसीआर में बरसात के बाद उमस भरी गर्मी की वजह से इन दिनों आई फ्लू का प्रकोप फैला हुआ है. सभी आयु वर्गों के लोग इस बीमार के शिकार हो रहे हैं लेकिन बच्चों में इसका असर ज्यादा देखने को मिल रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक यह एक संक्रामक बीमारी है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति या उसके आंसुओं के संपर्क में आने से फैलती है. हेल्थ एक्सपर्टों ने इस बीमारी के कई लक्षण बताते हुए चेतावनी दी है कि ये संकेत दिखते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाने में देर न करें वरना आंखों की रोशनी भी जा सकती है. आइए जान लें कि वे लक्षण क्या हैं, जिन्हें हमें नजरअंदाज नहीं करना है.
आई फ्लू के लक्षण
-आंखों का लाल हो जाना
-आंखों से पानी बहना
-आंखों में खुजली और दर्द का होना
-आंखों में सफेद कीचड़ आना
-आंखों में सूजन होना
कैसे फैलता है आई फ्लू?
डॉक्टरों के मुताबिक आई फ्लू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलने वाली बीमारी है. यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या पीड़ित व्यक्ति से आई कॉन्टेक्ट बनाने से फैल सकती है. यह संक्रमण एक आंख से शुरू होता है और जल्दी ही दूसरी आंख में भी फैल जाता है. यह बीमारी एक-दूसरे को छूने और पीड़ित व्यक्ति के तौलिया, रुमाल या आंखों को साफ करने वाले कपड़े को इस्तेमाल करने से फैलती है.
बच्चों को है ज्यादा खतरा
आई फ्लू में बरती जाने वाली सावधानियां
– आंखों को बार-बार न छुएं.
– पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहनें.
– आंखों की सफाई के लिए गंदे कपड़े का इस्तेमाल न करें.
– रोगी व्यक्ति टीवी या मोबाइल न देखें.
– आंखों को बार-बार छूने से बचें.
– अगर आंख छू भी लें तो साबुन से हाथ धोएं.
– अपनी आंखों को गुनगुने पानी से साफ करते रहें.
– आंखें साफ करने के लिए सूती कपड़े का इस्तेमाल करें.
– किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट न बनाएं.
जा सकती है आंखों की रोशनी
डॉक्टरों के मुताबिक वैसे तो आई फ्लू ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है. यह संक्रमण एक आंख से शुरू होता है और जल्दी ही दूसरी आंख में भी फैल जाता है. आमतौर पर आंखों को बिना कोई परमानेंट नुकसान पहुंचाए वह 1-2 हफ्ते में ठीक हो जाता है. फिर भी इसे हल्के में लेना या अपने लेवल पर इलाज करना ठीक नहीं है. ऐसा करने से आंखों की रोशनी भी जा सकती है. इसलिए आई फ्लू के लक्षण दिखते हुई तुरंत कुछ सावधानियां बरतनी शुरू कर देनी चाहिए. साथ ही डॉक्टर से मिलकर इलाज करवाना चाहिए.
यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. BPS NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.