
दांत हमारे शरीर के काफी अहम अंग हैं, अगर ये न हो तो हम लजीज खाने का लुत्फ उठाने से महरूम रह जाएंगे, अगर हम कुछ मीठा, ठंडा या सोडा युक्त चीजों का सेवन करते हैं तो इससे दांतों पर काफी बुरा असर पड़ता है. आज के दौर में बच्चों से लेकर मिडिल एज ग्रुप के लोगों को कैविटी से परेशान रहते हैं. इससे दांतों में सड़न और तेज दर्द का अहसास होता है. जब हम अजीबोगरीब चीजें खाते हैं या फिर भोजन दातों में फंस जाते हैं तो इससे सड़न पैदा होती है. भविष्य में ऐसी दिक्कतों से बचने के लिए आपको आज ही अलर्ट हो जाना चाहिए.
ब्रश किए बिना हम दिन की शुरुआत नहीं करते क्योंकि इससे हमें तरोताजगी का अहसास होता है, साथ ही दांतों की पूरी सफाई भी हो जाती है, लेकिन अक्सर हम रात को सोने से पहले ब्रश करना भूल जाते हैं, लेकिन ये बेहद जरूरी है, क्योंकि डिनर के दौरान खाना हमारे दांतों में चिपका रह जाता है और फिर ये कैविटी पैदा करता है, वहीं ब्रश या दातुन करने की वजह से मुंह की पूरी सफाई हो जाती है. इसलिए दिन में 2 बार ब्रश जरूर करें.
दो दांतों के बीच की सफाई
अक्सर हम कुछ ऐसा खाते है जिसमें भोजन के रेशे हमारे दो दांतों के बीच फंस जाते हैं, इससे साफ करना आसान नहीं होता, ये अगर वहीं मौजूद रह जाए तो सड़न पैदा करने लगता है, इससे बचने के लिए कई लोग टूथ पिक का यूज करते हैं लेकिन ये उतने कारगर नहीं होते. इसके लिए डेंटल फ्लॉस सबसे बेहतरीन तरीका है, क्योंकि इसमें मौजूद धागे दांतो के बीच जाकर अच्छी तरह सफाई कर देते हैं.
माउथ क्लीनर
सिर्फ दांतों की सफाई ही काफी नहीं पूरी तरह ओरल हेल्थ का ख्याल रखना भी जरूरी है, इसलिए आप मुंह और जुबान की भी क्लीनिंग पर ध्यान दें. इसके लिए माउथ क्लीनर या माउथ वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे मुंह की पूरी तरह सफाई हो जाती है और कैविटी का खतरा भी कम हो जाता है.