
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कानून के राज की तारीफ करते हुए शनिवार को कहा कि जिन लोगों को पहले कानून-व्यवस्था की परवाह नहीं थी, उनकी गीली पैंट अब नजर आने लगी है। आदित्यनाथ ने यहां एक ‘बॉटलिंग प्लांट’ के भूमि पूजन के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जो लोग पहले उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को धता बताते थे, आज आप देख रहे होंगे कि उन्हें अपनी जान के लाले पड़ रहे हैं। जब अदालत उन्हें सजा सुनाती है तो उनकी पैंट गीली होती हुई भी जनता देखती है।’’
अतीक अहमद को पहली बार किसी मामले में सजा सुनायी गई है। उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। समाजवादी पार्टी के 60 वर्षीय पूर्व सांसद को प्रयागराज में मामले की सुनवाई के लिए गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से लाया गया था। पुलिस काफिले में जेल से निकलने से पहले अतीक अहमद ने कहा था कि उन्हें डर है कि उनकी हत्या की जा सकती है।
हाल में प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली बरसाकर हत्या कर दी गयी। 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद और उनके भाई व परिवारजनों के खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। उमेश पाल की हत्या के बाद विधानसभा के बजट सत्र में योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।