
मेडिकल की छात्रा शिवरंजनी तिवारी बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने के लिए छतरपुर तक पहुंच गई हैं. हालांकि जानकारी के मुताबिक बागेश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पांच दिनों के अज्ञातवास पर हैं. बाबा को प्राणनाथ बता चुकीं शिवरंजनी के बारे में कहा जा रहा है उनकी इच्छा धीरेंद्र शास्त्री से शादी करने की है. इस पर बाबा ने कहा था कि कुछ लोग उनकी रोज उनकी शादी तय करा देते हैं और हर बार बिटिया भी बदल देते हैं. आज 16 जून है और इसी दिन बागेश्वर धाम पहुंचने का संकल्प लेकर उत्तराखंड के गंगोत्री धाम से वापस मध्य प्रदेश पहुंची शिवरंजनी का बयान सामने आया है.
गंगोत्री से छतरपुर की पैदल कलश यात्रा में प्रचंड गर्मी समेत कई चुनौतियां आईं. बागेश्वर धाम आते आते तबीयत कुछ नासाज हुई, कमजोरी की शिकायत हुई लेकिन शिवरंजिनी ने अपना एक संकल्प तो पूरा कर लिया. शिवरंजनी तिवारी ने बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी करने के संकल्प पर बड़ा बयान देते हुए कहा, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि मेरा शादी का संकल्प है, ना मेरा पर्चा खुला और ना मेरे संकल्प के बारे में पता चला.’ इसके साथ ही शिवरंजिनी ने भगवा वस्त्र पहनने को लेकर हुई आलोचना पर भी सफाई देते हुए अपनी बात रखी है. गौरतलब है कि कुछ घंटे पहले ही बद्रीनाथ से आए शंकराचार्य ज्योतिष पीठ के मीडिया प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज सरकार ने उनके भगवा वस्त्र पहनने पर सवाल उठाए थे.
शिवरंजनी तिवारी 14 जून को छतरपुर पहुंची थीं. यूपी के महोबा जिले से होते हुए छतरपुर के बॉर्डर पर पहुंची शिवरंजनी तिवारी का लोगों ने भव्य स्वागत किया था. आज के शुभ दिन को लेकर उन्होंने कहा था कि वो अद्भुत दृश्य होगा जब वो अपने आराध्य से मिलेंगी. अपने ताजा बयान में तो उन्होंने ये भी कहा कि प्राणनाथ का मतलब धीरेंद्र शास्त्री खुद समझते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अब उन्होंने बागेश्वर बाबा के साथ शादी की अटकलों को खुद विराम दे दिया है.