
कानपुर। किसान बाबू सिंह यादव के परिजनों ने सपा नेता और न्याय संघर्ष समिती के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता के साथ आत्महत्या के 58 दिन बीतने के बाद भी न्याय न मिलने पर दुख प्रकट करते हुए जिलाधिकारी कानपुर वी विशाख से मुलाकात कर उनसे धोखे से हड़पी गई जमीन की दाखिल खारिज निरस्तीकरण की मांग की।बेटियों ने रोते हुए जिलाधिकारी से कहा की हमारी जमीन धोखे से हड़प कर कौड़ियों के दाम लिखवा कर उनको कई सैकड़ों गुना कीमत पर बेची जा रही है।आरोपियों ने आगे जमीन बेच दी और जिनको जमीन बेची उन्होंने भी दाखिल खारिज के लिए आवेदन दिया है।बेटियों ने जिलाधिकारी से आग्रह किया की वे विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दे दें की उनके पिता की जमीन से संबंधित किसी भी याचिका या वाद पर कोई लाभ किसी को न दें और न ही किसी की दाखिल खारिज करें।बेटियों ने कहा की धोखे से हड़पी गई जमीन के लिए पहले ही हमने निरस्तीकरण का वाद दाखिल कर दिया है इसलिए आवश्यक की आगे कोई न इसको खरीद बेच पाए और न दाखिल खारिज कर पाए।बेटियों ने बताया की प्रियरंजन आशु गैंग के राहुल जैन ने जमीन नैंसी चंदेल और राजेंद्र पांडे को बेच दिया जिन्होंने अब दाखिल खारिज के लिए आवेदन किया।बेटियों ने बताया की उनकी जमीन का सर्किल रेट 10000 रुपए प्रति गज है जो की पापा से धोखे से बिना पैसे दिए लिखवा ली गई।
नंगे पांव पहुंची बड़ी बेटी रूबी ने भावुक होते हुए कहा की सब हमको कह रहे हैं की न्याय की उम्मीद भूल जाओ क्योंकि पैसे से मजबूत भाजपा नेता है और भाजपा के ही बड़े नेता उसको बचा रहे हैं।बेटी काजल ने कहा की प्रियरंजन अपने पैसे और रसूख के दम पर खुलेआम कानून और पुलिस को चुनौती दे रहा है।बेटियों ने रोते हुए जिलाधिकारी से कहा की इनामी फरार भाजपा नेता और यूपी बाल आयोग का सदस्य प्रियरंजन आशु,भाजपा नेता शिवम चौहान,बबलू और जीतेंद्र अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए और अभी तक धोखे से हड़पी गई जमीन भी वापिस नहीं मिली।
जिलाधिकारी ने परिजनों को आश्वासन दिया की वे तत्काल सबंधित सभी की निर्देश दे रहे हैं की इस जमीन से संबंधित कोई दाखिल खारिज न की जाए।