
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री लंबे समय से सुर्खियों में छाए हुए हैं. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री का दरबार देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लगता है. ऐसा ही एक दरबार उनका विदेश में लगा हुआ था, जहां पर भारतीय मूल की एक महिला अपनी समस्याओं को लेकर शास्त्री जी के सामने आ गई. महिला ने बताया कि उसके पिता भारत के गुजरात से है और मां पंजाब से ताल्लुक रखती हैं. हालांकि उसे हिंदी नहीं समझ आती है. महिला और धीरेंद्र शास्त्री की बातचीत में एक अनुवादक की सहायता ली गई. महिला बताती है कि वह इन दिनों कई समस्याओं से गुजर रही हैं. महिला की दिक्कतों को सुनकर धीरेंद्र शास्त्री पर्चे पर कुछ लिखते हैं और उसे पढ़ना शुरू करते हैं जिसे ट्रांसलेशन के बाद महिला को बताया जाता है.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री बताते हैं कि महिला के जीवन में और घर में चिंताओं का पहाड़ टूट पड़ा है. खुद को चिंता मुक्त करने के लिए महिला मेडिटेशन करती है. इसके बाद महिला को आशीर्वाद देते हुए कहते हैं, तुम्हारी शारीरिक पीड़ा कम होगी और घर परिवार की तरक्की होगी. आगे उन्होंने कहा कि तुम्हारा स्वास्थ्य ठीक बना रहे, इसके लिए मेडिटेशन करते रहना होगा. महिला का सवाल था कि क्या उसके घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा है, इस पर जवाब देते हुए धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि महिला के घर के आसपास कुछ नकारात्मक शक्तियां हैं और इन्हीं की वजह से घर परिवार के लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं. इनका असर परिवार के दिमाग पर भी पड़ रहा है. इस नकारात्मक शक्ति को दूर करने के लिए महिला को हनुमान जी का पाठ करना चाहिए इसके अलावा पांच आहुति भी देनी पड़ेगी.
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि पहले एत शख्स ने महिला को अपने जाल में फंसाया था और आगे के लिए यही बेहतर होगा कि उस व्यक्ति से अब वो दूर रहे, उसी शख्स की वजह से महिला बेहद डिप्रेशन में चल रही है. उन्होंने कहा कि प्यार को छोड़कर महिला को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए आगे चलकर भविष्य में उसे उसका प्यार जरूर मिलेगा.