भावनानी के भाव – कुछ रेड पथक दस्ते मनीराम के चहेते होते हैं

लेखक – कर विशेषज्ञ साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
कुछ रेड पथक दस्ते मनीराम के चहेते होते हैं
उसके बल पर कुछ को छोड़ते पकड़ते हैं
प्रक्रिया में अज्ञात होते हैं
ऐसे अफ़सरों के घर नोटों के पहाड़ होते हैं
कुछ ऐसे अफ़सर होते हैं
जो ज्ञान के खोते होते हैं
ऑफिस में सोते हैं
अज्ञान में खुद को दुबेते हैं
कुछ रेड पथक में शामिल होते हैं
जानकारी के अज्ञात मालूम होते हैं
कानून की जानकारी में अज्ञात होते हैं
तोते की तरह प्रक्रिया करते हैं
कुछ अफ़सर स्काट का अतिरिक्त प्रभार
मिलने पर धन बटोरने में लगे होते हैं
अपने मूल विभाग का ध्यान खोते हैं
मलाई पर लक्ष्य भेदकर बहुत खुश होते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Breaking News
बिहार चुनाव से पहले NDA को तगड़ा झटका, चिराग की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद्द | घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेस और गांधी खानदान की असलियत जनता जानती है : केशव प्रसाद मौर्य | बिहार चुनाव: गिरिराज बोले- महागठबंधन नहीं 'ठगबंधन', तेजस्वी पर जनता को भरोसा नहीं | योगी सरकार पर अखिलेश का हमला: बिजली, ट्रैफिक, स्मार्ट सिटी... कहीं नहीं विकास!
Advertisement ×