
कानपुर। किसी भी देश के लिए वहां के लोग यानी की जनता बहुत महत्वपूर्ण होती है पर अगर जनता गलत रास्ते पर चलने लगे तो ऐसे में वह देश फिर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता, आज जिस तरह से हमारे देश भारत के बहुत सारे युवा लोग नशे के आदी बन चुके हैं इससे उनका भविष्य अंधकार में जा रहा है शराब,सिगरेट,बीड़ी,अफीम, हीरोइन जैसे नशीले पदार्थ व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देते हैं नशीले पदार्थों का सेवन करने का मतलब है मौत को न्योता देना,उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत पंडित दीनदयाल उपाध्याय एग्रीकल्चर एंड आयुर्वेदिक रिसर्च संस्थान व सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित वेबीनार शीर्षक नशा मुक्त प्रदेश सशक्त प्रदेश हम बनाएंगे पर अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि जो नशे के रोग का शिकार हुआ उससे खुशियां दूर होकर कुंठा और तनाव घर बना लेते हैं तब वह चोरी,बलात्कार,मर्डर और दूसरे अवैध काम करने लगता है और राष्ट्र के लिए एक बड़ा खतरा बन जाता है इसीलिए उत्तर प्रदेश की जनप्रिय योगी सरकार ने नशा मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है ज्योति बाबा ने आगे बताया कि नशा करने के बाद व्यक्ति सही गलत में फर्क नहीं कर पाता जिसकी वजह से वह कई बार अपने साथ-साथ दूसरे लोगों को नुकसान पहुंचा देता है नशा मुक्त आंदोलन के प्रदेश सह प्रभारी अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने जोर देकर कहा की अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम युवाओं के लिए हरित कौशल एक सतत विश्व की ओर है इसका तात्पर्य है कि तंबाकू और उससे संबंधित उत्पादों को ज्यादा खपत से पर्यावरण व खाद्यान्न उत्पादन पर बड़ा गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि उपजाऊ जमीन पर तंबाकू की खेती की जा रही है जो 5 से 6 साल में खेत को बंजर कर देती है जिससे बढ़ती जनसंख्या को कैसे भोजन उपलब्ध होगा,यह बड़ा गंभीर सवाल सरकारों के सामने खड़ा है नशा मुक्ति युवा भारत के डॉक्टर जस्सी शुक्ला ने कहा की नशे का दुष्प्रभाव परिवार में विघटन,घरेलू हिंसा में वृद्धि,स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव,गरीबी को बढ़ावा,देश की सुरक्षा में खतरा और सामाजिक तनाव में वृद्धि इत्यादि प्रमुख है । पंडित दीनदयाल उपाध्याय संस्थान के भरत भाई पटेल ने जोर देकर कहा कि नशा हमारे समाज हमारे देश की जड़ों को कमजोर करने का काम कर रहा है इस नशे के नुकसान तो व्यक्तिगत होते ही हैं साथ ही यह पूरे समाज के साथ पूरे देश के लिए अत्यंत जोखिम उत्पन्न करता है वरिष्ठ समाजसेवी स्वतंत्र अग्रवाल ने कहा कि परिवार की प्राथमिकता है कि वह अपने बच्चों की संगत पर नजर रखें व उनके व्यवहार में आने वाले बदलावों को नजरअंदाज ना करें और युवाओं को अपने रोल मॉडल्स सोच समझ कर बनाने होंगे । वेबिनार् का संचालन संजय मिश्रा व धन्यवाद सोशल एक्टिविस्ट गीता पाल ने दिया। अंत में सभी को नशा मुक्त भारत का संकल्प योग गुरू ज्योति बाबा ने कराया। अन्य प्रमुख राष्ट्रीय भागवताचार्य सुमित शास्त्री, उपेंद्र मिश्रा, पंकज सिंह इत्यादि थे।