देश में बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने मुस्लिम युवाओं को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि गैर-मुस्लिम लड़कियों को धोखे से अपने चंगुल में ना फंसाएं. इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता. देश में बढ़ते लव जिहाद और जबरन धर्मपरिवर्तन के मामलों को देखते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने मुस्लिम युवाओं को बड़ी नसीहत दी है. मौलाना शहाबुद्दीन के इस बयान का और भी कई मौलानाओं और इस्लाम के जानकारों ने समर्थन किया है. हालांकि, लोगों का कहना है कि अब ये देखना होगा कि उनकी बातों का कितना असर होता है.
जान लें कि मौलाना शहाबुद्दीन ने मोहन भागवत के बयान को दुरुस्त और उचित बताया. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि इस प्रकार के बयानों से उन लोगों की हिम्मत पस्त होगी, जो भारत में नफरत और कट्टरता फैलाते हैं. देश को स्वतंत्रता दिलाने में हिंदू-मुसलमान दोनों ने मिलकर अहम भूमिका निभाई थी. इसी वजह से किसी भी संप्रदाय की भागीदारी और भूमिका को कम नहीं आंक सकते.
मौलाना शहाबुद्दीन ने ये भी कि भारत के बंटवारे के समय जिन लोगों को यहां से जाना था, वे चले गए. पर जिनको यहां रहना था, वो यहीं के होकर रहे. 1947 की बातें अब गुजरी हुई हो गई हैं. ऐसी पुरानी बातों को बार-बार मुद्दा बनाकर मुसलमानों को टारगेट करना समाज और देश के लिए सही नहीं है. यह भारत देश हमारा है. हमारे पूर्वजों ने इसे अपने खून-पसीने से सींचा है. मुसलमानों को भारत में किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है.