यूरिक एसिड हाई होने से हैं परेशान? इन बूटियों का सेवन कर दें शुरू जल्द लगेगी राहत

 

साल की उम्र के बाद जोड़ों में दर्द शुरू होना एक सामान्य बात है. इसे आम बोलचाल में गठिया भी कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्टों के मुताबिक जब हाई यूरिक एसिड खून में समाहित होकर हड्डियों के बीच वाली खाली जगह में क्रिस्टल के रूप में जम जाता है तो शरीर में जकड़न और जोड़ों मे दर्द जैसी समस्या झेलनी पड़ती है. अगर यह समस्या वक्त से पहले ही शुरू हो जाए तो बात गंभीर चिंता की हो जाती है. ऐसे में इसके लक्षणों की पहचान कर समय से इलाज शुरू कर देना फायदेमंद रहता है. आज हम इस समस्या की वजहों और इलाज के बारे में विस्तार से बताते हैं.

डॉक्टरों के मुताबिक गठिया यानी जोड़ों का दर्द शुरू होने का असल कारण यूरिक एसिड होता है. वास्तव में शरीर में प्यूरीन नाम का एक प्राकृतिक अपशिष्ट उत्पाद निर्मित होता रहता है. मीट, मछली, समुद्री भोजन और दूसरे उत्पादों में हाई प्रोटीन होता है, जो प्यूरीन को पचाने में सहयोग करता है. हालांकि जब बॉडी में प्यूरीन की अधिकता हो जान की वजह से किडनी उसे छान पाने में पूरी तरह समर्थ नहीं हो पाती तो वह गंदगी ब्लड में पहुंचने लगती है, जिससे बॉडी में हाई यूरिक एसिड बनने लगता है. इस हाई यूरिक एसिड को कुछ खास घरेलू उपायों के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है.

काली किसमिस के सेवन को हड्डियों की मजबूती के लिए अच्छा माना जाता है. इससे जोड़ों के दर्द में बहुत राहत मिलती है. आप रोजाना रात को सोते समय 10-15 काली किसमिस को पानी में भिगोकर रख दें. अगले दिन सुबह उठने पर उस पानी को पी लें और किसमिस को चबा लें. ऐसा करने से गठिया से आराम मिलने लगता है.

यह एक आयुर्वेदिक औषधि है. जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में यह औषधि बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसके सेवन से खून में यूरिक एसिड की मात्रा कम होने लगती है. शरीर में वात दोष और पित्त की मात्रा को कम करने में भी यह लाभकारी है. गुडुची से अमृतादि गुगुल का निर्माण भी किया जाता है, जिससे बॉडी में यूरिक एसिड का लेवल कंट्रोल रहने लगता है.

पुनर्नवा जंगलों में पाई जाने वाली एक जड़ी-बूटी है. इस औषधि के सेवन से पेशाब के जरिए विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकलने लगते हैं. इस बूटी को नियमित रूप से खान पर जोड़ों के दर्द में बहुत फायदा होता है और परेशानी से राहत मिल जाती है. इस औषधि को खाने से शरीर में यूरिक एसिड  कम होने लगता है.

शरीर मे हड्डियों से जुड़ी किसी भी समस्या से निपटने के लिए गुग्गल को खाना काफी फायदेमंद माना जाता है. ये गुग्गल कई प्रकार के होते हैं. उन सब गुग्गुल को मिलाकर आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण किया जाता है. कहते हैं कि गुग्गुल के सेवन से शरीक में यूरिक एसिड  काबू में रहता है और जोड़ों का दर्द भी कम हो जाता है.

अदरक के पिसे हुए पाउडर को शुंठी भी कहा जाता है. जोड़ों का दर्द होने पर हल्दी पाउडर और शुंठी के सेवन को बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसके लिए दोनों को पानी में मिलाकर घोल बना लेना चाहिए. इसके बाद उसे दर्द वाले स्थान पर लगा लें. कहते हैं कि यह उपाय करने से गठिया और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है.

यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. BPS NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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