
शादी के मौसम में हल्दी का अपना महत्व है, इसे भारतीय परंपरा का अहम हिस्सा माना जाता है. तकरीबन हर धर्म के लोग शादी के बंधन में बंधने से पहले शरीर पर उबटन लगाते हैं, इसे शुभ माना जाता है. इस रस्म को निभाने के लिए हल्दी के साथ तेल और पानी मिक्स करके पेस्ट तैयार किया जाता है. आखिर आपने कभी सोचा है कि हमारे बुजुर्गों के जमाने से ये रस्म क्यों निभाई जाती है, और इससे क्या फायदे हो सकते हैं.
1. त्वचा में आता है निखार
हमारी दादी-नानी के जमाने में आज की तरह ब्यूटी पार्लर मौजूद नहीं थे, उस वक्त त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने के लिए नेचुरल और आयुर्वेदिक तरीके ही आजमाए जाते थे. हल्दी को स्किन के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, ये चेहरा समेत पूरे शरीर में निखार लाने का काम करता है. वेडिंग डे पर हर किसी की चाहत होती है कि वो सुंदर दिखे. हल्दी के जरिए दुल्हा और दुल्हन के चेहरे पर निखार लाया जा सकता है.
2. एंटीसेप्टिक गुण
हल्दी को हम भले ही एक मसाले के तौर पर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अगर इसे त्वचा पर लगाया जाए तो ये लाभकारी साबित हो सकता है. दरअसल हल्दी में एंटीसेप्टिक प्रॉप्टीज पाई जाती है, जो इसे औषधीय गुणों वाला मसाला बनाती है. इससे दुल्हा और दुल्हन की त्वचा पर मौजूद कटने और छिलने के निखान गायब हो जाते हैं और संक्रमण फैलाने वाले कीटाणुओं का खत्मा हो जाता है.
3. स्किन होती है साफ
भारतीय परंपरा में हल्दी को यूं ही इतनी अहमियत नहीं दी जाती, शादी से पहले नए जोड़ों के शरीर पर इसलिए हल्दी लगाई जाती है, क्योंकि ये एक्सफोलिएंटिंग एजेंट के तौर पर काम करता है. हल्दी लगाने के बाद जब आप नहाते हैं तो स्किन डिटॉक्स होती है और डेड सेल्स निकल जाते हैं.
4. रूखी त्वचा के लिए फायदेमंद
जिन लोगों की स्किन ड्राई है उनके लिए हल्दी किसी औषधि से कम नहीं है. इससे त्वचा को नमी और पोषण मिलता है. हल्दी लगाने से रूखी त्वचा में दरार भरने लगती है. आप शादी के अलावा बाकी दिनों में भी हल्दी लगाएंगे तो स्किन गहराई से हाइड्रेट रहेगी.