
यूपी की ताज नगरी आगरा में एक शादी का कानूनी रूप से अंत हो गया. विवाह के बंधन में बंधने के बाद एक दुल्हन का अपने सपनों के राजकुमार के साथ जिंदगी को बिताने का सपना जिस तरह से डेड एंड पर पहुंचा, वो कहानी लोगों को हैरान कर रही है. दरअसल इस मामले में शादी के बाद पहली रात यानी सुहागरात मनाने के दौरान दूल्हे के सामने किन्नर पत्नी की सच्चाई सामने आ गई थी. इसके बावजूद पति ने रिश्ते को बचाने की कोशिश की. उसने गुपचुप तरीके से पत्नी इलाज कराया लेकिन जब कोई फायदा नहीं मिला तब उसने इस रिश्ते से छुटकारा पाने का आखिरी फैसला ले लिया. हालांकि ये सब इतना आसान नहीं था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शादी के बंधन में मुक्त हुए इस युवक की शादी 27 जनवरी 2016 को हुई थी. ये मामला आगरा के एत्माद्दौला थाना इलाके का था जहां सुहागरात पर उसे पता चला कि उसकी दुल्हन के निजी अंग विकसित ही नहीं हैं. वह संबंध बनाने लायक भी नहीं है. ऐसे में पहले वो परेशान हुआ फिर उसने पत्नी का डॉक्टरों से इलाज कराया. डॉक्टरों ने हाथ खड़े करते हुए कहा कि उसकी पत्नी कभी मां भी नहीं बन सकेगी.
अपनी और अपने परिवार की बदनामी की वजह से उसने पहले तो किसी को कुछ नहीं बताया लेकिन जब बात हद से ज्यादा बिगड़ती चली गई तो उसने एक वकील के जरिए परिवार न्यायालय में वाद दाखिल किया. वादी के अधिवक्ता अरुण शर्मा तेहरिया ने बताया अदालत में मामला सात साल तक खिंचा और अब जाकर कोर्ट ने फैसला सुनाया है. दरअसल सबूतों के आधार पर फैमिली कोर्ट ने तलाक को मंजूरी दे दी है. यानी अब अदालत ने उस युवक की शादी को शून्य घोषित कर विवाह विच्छेद का आदेश दे दिया है.