
# हिंदू धर्म विरोधी बयान व पवित्र ग्रंथ रामायण के प्रति अशोभनीय टिप्पणी पर थाना बर्रा पहुंचे जन संघ पार्टी के पदाधिकारी व सदस्य
# हिंन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने, समाज को विभाजित करने तथा द्रेशद्रोह का मुकदमा दर्ज की करने की मांग
कानपुर नगर, भारत की राजनीति का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है, अपने राजनैतिक फायदे और स्वयं को जनता के बीच बनाये रखने के लिए इस देश में नेता किसी भी श्रेणी तक जा सकते है। देश और हिंदू धर्म पर लगातार प्रहार बढता जा रहा है। सत्य यही है कि मोदी विरोधी मोदी का विरोध करते-करते देश और हिंदू धर्म के विरोधी हो गये है और रामायण जैसे पवित्रगं्रथ पर अशोभनीय टिप्पणी करके स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते है। सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ रामायण पर अशोभनीय टिप्पणी और प्रतिबन्धित करने के बयान के बाद जहां प्रदेश की नही देश के राजनैतिक पटल पर भूचाल आ गया तो अब स्वामी प्रसाद मौर्य के विरोध में स्वर बुलन्द होने लगे है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का सिलसिला शुरू हो गया है।
जन संघ पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री राकेश दीक्षित के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बर्रा थाने पहुचे और स्वामी प्रसाद मौर्य पर समाज को विभाजित करने, सनातन धर्म को अपमानित करने, हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर थाना प्रभारी मानवेन्द्र सिंह को प्रार्थनापत्र देकर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस दौरान थाना परिसर में उपस्थित पार्टी के लोगों ने नारेबाजी भी की। जनसंघ पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री राकेश दीक्षित ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से आम हिन्दू जनमानस आहत है तथा हिन्दुओं की भावनाओं को अति ठेस पहुंची है।
श्री रामचरित मानस सनातन धर्म की जीवन रेखा है और हम सभी हिंदू इसे अपना सबसे पूज्य ग्रन्थ मानते है, स्वामी प्रसाद वोट की राजनीति में राम चरित मानस का अपमान किया, उसे प्रतिबन्धित करने की मांग की जो सहन नही किया जायेगा साथ ही तालिबानी तरीके से हमारे पवित्र ग्रंथ को जलाकर नष्ट कर घोर आपराधिक कृत्य किया है वह हिंदुओं की दृष्टि में क्षमा योग्य नही है। हमारी मांग है कि इनपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने के साथ ही सभी सनातन धर्म विरोधी अपराधियांे की भारतीय नागरिकता भी समाप्त की जाये। उन्होने यह घोषण भी की, कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस घृणित कृत्य के लिए यदि उनके कोई एक जूता मरेगा तो वह उसे 1 लाख रूपये तथा 2 जूता मारेगा उसे दो लाख रूपये देंगेे, साथ ही उन्होने कहा कि चाहे मै कर्जा लेकर यह रकम दूं लेकिन जो भी स्वामी प्रसाद मौर्य के जितने जूते मारेगा व उसे उतने लाख रूपये देंगे। उन्होेने कहा कि यदि उन्हे मौका मिलेगा तो वह भी स्वामी प्रसाद को जूता मारेंगे। इस दौरान राकेश दीक्षित, राज कुमार त्रिपाठी, श्रीराम गुप्ता, राहुल कश्यप, रजत मिश्रा, दीपक वर्मा, विजय त्रिपाठी, डीएस मिश्रा आदि उपस्थित रहे।