
हरी मिर्च का इस्तेमाल हम अक्सर कई रेसेपीज में करते हैं ताकि इनमें तीखापन लाया जा सके, लेकिन कुछ लोग इसे कच्चा भी खाया जा सकता है. लेकिन कुछ लोग को मिर्ची का स्वाद लगते ही गले में हिचकी आने लगती है या मुंह जलने लगता है. लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि इतनी तीखी चीज भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है. मशहूर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट निखिल वत्स ने ग्रीन चिली के फायदों पर विस्तार से बताया.
हरी मिर्ची को विटामिन सी का रिच सोर्स माना जाता है, इसके अलावा इसमें बीटा-कैरोटीन भी मौजूद होता है, दोनों ही न्यूट्रिएंट्स हमारे स्किल के लिए फायदेमंद है. इसे त्वचा की चमक, कसावट और बेहतर टेक्सचर बनाए रखने में मदद मिलती है.
हरी मिर्च में आयरन की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है जो हमारी बॉडी के अंदर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है. इसके कारण हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है साथ ही बॉडी एक्टिव भी रहती है और आपको किसी तरह की थकान का सामना नहीं करना पड़ता. आयरन हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है और साथ ही ये ब्रेक को भी एक्टिव रखता है जिससे तेजी से फैसले लेने में आसानी होती है.
हरी मिर्च में कैप्सेसिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है. जो ब्रेन में मौजूद हाइपोथेलेमस के कूलिंग सेंटर को ऐक्टिव बनाए रखने में मददगार होता है. इससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहा है, भारत जैसे गर्म देश के लोगों के लिए हरी मिर्ची चबाना फायदेमंद साबित हो सकता है.
चूंकि हरी मिर्च में विटामिन सी पाया जाता है इसलिए ये हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है और संक्रमण से हमारी रक्षा करता है. जिन लोगों को इंफेक्शन के कारण सर्दी-खांसी और जुकाम का सामना करना पड़ रहा है, उनके लिए हरी मिर्च किसी रामबाण से कम नहीं है क्योंकि ये बलगम को पतला कर देता है.