
कानपुर। सर रावर्ट लुई ब्रेल के जन्म दिवस के अवसर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग व राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के सयुक्त तत्वावधान में किदवई नगर में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण अखिलेश बाजपेयी ने किया | शिविर में ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, बैसाखी, कान की मशीन, व्लाइंड स्टीक, रेलवे रियायती, रेलवे यूनिक कार्ड, यू डी आई डी कार्ड, रोजगार के लिए ऋण के फार्म भरे गये। शिविर में सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी। शिविर के उद्घाटन के अवसर पर उपनिदेशक दिव्यांगजन कानपुर मण्डल अखिलेश बाजपेयी ने कहा की दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांगजनो को स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर बनाने के लिये लगातार कार्य कर रहा है। सरकार की योजनायें हर दिव्यांगजन तक आसानी से पहुँचे विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है। अखिलेश बाजपेयी ने कहा की दिव्यांगजन ब्रेल की तरह अपनी उपयोगिता का एहसास कराये। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर असम्भव को भी सम्भव बनाया जा सकता है। शिविर की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वीरेन्द्र कुमार ने सर रावर्ट लुई ब्रेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा की ब्रेल 6 वर्ष की अवस्था में जुता सिलने वाले अवजार के आंख में चुभने से नेत्रहीन हो गये थे। 17 वर्ष की उम्र में लुई ब्रेल ने एक अंग्रेज अधिकारी के सहयोग से स्पर्श लिपि का आविष्कार करके सारी दुनिया के नेत्रहीन व्यक्तियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया| जिसकी वजह से ही आज देश व दुनिया के नेत्रहीन उच्च शिक्षा ग्रहण कर ऊंचे पदों पर आसिन हैं। आज शिविर में वीरेन्द्र कुमार,आनन्द तिवारी, अल्पना कुमारी, प्रमोद मिश्रा, मोहित सविता, अशोक कुमार, कान्ति देवी कुशवाहा, शिवदेवी सिंह चौहान, अनिल कुमार वर्मा, पवन राने, गुड्डी दीक्षित, रामकुमार गुप्ता आदि शामिल थे।