
हर महीने लड़कियों को पीरियड्स के दर्द से गुजरना पड़ता है. यह प्राकृतिक प्रक्रिया है. लेकिन इस आसान सी प्रक्रिया को लेकर कई मिथक फैले हुए हैं. इनमें सोने, रसोई में जाने, बाल धोने जैसी बातें शामिल हैं. आइए आपको बताते हैं कि क्या मिथक हैं और उनकी पहचान कैसे की जाए. साथ ही यह भी जानिए कि क्या पीरियड्स में लड़कियां अचार छू सकती हैं या नहीं.
पीरियड्स से जुड़े तथ्य और मिथक
बहुत लोग यह कहते हैं कि पीरियड्स में पौधों को छूने से वे मुरझाकर मर जाते हैं. लेकिन पौधों के मुरझाने का पीरियड्स से कोई लेना-देना नहीं है.
रसोई में जाने पर पाबंदी
इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. पीरियड्स में भी लड़कियां बेझिझक रसोई में जा सकती हैं. इससे न तो खाना अशुद्ध होगा और ना ही रसोई.
कसरत ना करना
ये भी कहा जाता है कि पीरियड्स में कसरत नहीं करनी चाहिए ना ही कोई स्पोर्ट्स खेलना चाहिए. लेकिन यह झूठ है. पीरियड्स में अगर आप कसरत करती हैं तो मेंस्ट्रुअल फ्लो खराब नहीं होता बल्कि इससे आपका दर्द कम हो जाता है.
एक मिथक बालों या सिर धोने को लेकर भी फैला हुआ है. लेकिन पीरियड्स का नहाने, स्किन केयर, बाल धोने से कोई संबंध नहीं है. बिना किसी झिझक के आप रोज के काम कर सकती हैं. इससे शरीर पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अचार ना छूना
पीरियड्स में अचार छूने से वह खराब नहीं होता. यह भी अंधविश्वास ही है, जिसको खत्म करना जरूरी है. अचार को सूखी जगह पर ना रखने, बैक्टीरिया जाने या तेल की कमी होने से वह खराब हो सकता है.