
कानपुर। एमएलसी चुनाव में कानपुर शिक्षक खंड की सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार राज बहादुर चंदेल ने जीत दर्ज की। उन्होंने छठवीं बार एमएलसी के चुनाव में जीत दर्ज की है।
दरअसल, राज बहादुर चंदेल पहली बार 1992 में एमएलसी चुनाव जीते थे। तब उन्होंने कानपुर शिक्षक खंड की सीट पर जीत दर्ज की थी और पहली बार विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। इसके बाद यही क्रम आगे बढ़ा और राज बहादुर चंदेल ने 1998 में फिर कानपुर शिक्षक खंड की सीट से विधान परिषद के चुनाव में जीत दर्ज की. इसके बाद 2004 में तीसरी बार विधान परिषद का चुनाव जीते और सदस्य बने।
इस दौरान उन्होंने प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी थी। राज बहादुर चंदेल फिर से 2010 में एमएलसी का चुनाव लड़े और इस बार भी कानपुर शिक्षक खंड से जीत दर्ज की। चंदेल ने पांचवी बार फिर से 2017 में इसी सीट पर एमएलसी का चुनाव जीता और विधान परिषद में पहुंचे थे। अब फिर उन्होंने छठवीं बार जीत दर्ज की है. इस बार उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार हेमराज सिंह गौर को 1548 वोटों के अंतर से हराया है।
इस चुनाव में राज बहादुर चंदेल को 5290 वोट मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय हेमराज सिंह गौर को भी 3,681 वोट मिले हैं। इसके अलावा बीजेपी प्रत्याशी को करीब 32,00 वोट मिले और तीसरे नंबर पर रहे। वहीं सपा की प्रत्याशी चौथे स्थान पर रहीं। सपा प्रत्याशी को केवल 670 वोट मिले।
उनके निर्वाचन से जाति, धर्म, दलगत सीमा से उठकर प्रबुद्ध वर्ग के एक ईमानदार व्यक्तित्व को महत्व मिला है। भारत सेवक समाज के साथ-2 केंद्र-राज्य-सार्वजनिक क्षेत्रों सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक एवं श्रमिक संघों में खुशी की लहर व्याप्त है, उसी क्रम में भारत सेवक समाज,उ0प्र0 एवं समन्वय समिति के महामंत्री शरद प्रकाश अग्रवाल ने सभी साथियों की ओर से आज प्रातः माल्यार्पण करके अपना हर्ष व्यक्त किया है।