
बढ़ती महंगाई के बीच सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत दी है और कई जरूरी दवाओं के दाम कम कर दिए हैं. दवाओं की कीमतों के नियामक एनपीपीए ने कहा कि उसने डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के इलाज की दवाओं समेत 74 दवाओं का खुदरा मूल्य तय कर दिया है. बता दें कि राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPS) ने 21 फरवरी को हुई प्राधिकरण की 109वीं बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश 2013 के तहत दवाओं की कीमतें तय की हैं.
डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की दवा हो गई सस्ती
एनपीपीए ने डायबिटीज को कंट्रोल करने में इस्तेमाल होने वाली दवा डेपाग्लीफ्लोजन और मेटाफॉर्मिन and Metformin Hydrochloride) के एक टैबलेट की कीमत 27.75 रुपये निर्धारित की है. बता दें कि वर्तमान में इसकी कीमत 33 रुपये प्रति टैबलेट है. इसके साथ ही एनपीपी ने ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की दवा एल्मिसार्टन और बिसोप्रोलोल के एक टैबलेट की कीमत 10.92 रुपये तय की है, जिसकी मौजूदा कीमत 14 रुपये तक है.
एनपीपीए ने कैंसर मरीजों के कीमोथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन फिलग्रास्टिन की कीमत 1034.51 रुपये तय की है. बता दें कि फिलग्रास्टिन की मौजूदा कीमत दोगुना से ज्यादा है और अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन के रेट अलग-अलग हैं. एनक्यूर फर्मास्युटिकल के वैक्सीन की कीमत 2800 रुपये है, जबकि लूपिन कंपनी की वैक्सीन 2562 रुपये में मिलती है. वहीं, सन फार्मा कंपनी की वैक्सीन की कीमत कीमत 2142 है.
एनपीपीए ने मिर्गी और न्यूट्रोपेनिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा समेत 80 अनुसूचित दवाओं (एनएलईएम 2022) के अधिकतम मूल्य को भी संशोधित किया है. एनपीपीए औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश के प्रावधानों को लागू करने के साथ इनमें संशोधन भी करता है.