
दवा कंपनियों की खामियां भारत सरकार के (CDSCO) की पकड़ में आईं हैं. जनवरी 2022 से लेकर जनवरी 2023 तक 13 महीने में भारत में टेस्टिंग के दौरान मिली घटिया दवाओं की पूरी लिस्ट बनाई गई है. इस अवधि में भारत सरकार को कुल 635 घटिया दवाएं मिल चुकी हैं. लिस्ट में शामिल ज्यादातर दवाओं का प्रयोग आमतौर पर एक बड़ी आबादी करती है. जैसे बुखार की दवा, पेट दर्द की दवा, Vitamin और B Complex जैसी दवाएं.
अफ्रीकी देश गांबिया ने अक्टूबर के महीने में भारत के हरियाणा की फार्मा कंपनी मेडन फार्मा के कफ सिरप से अपने देश में 66 बच्चों की मौत का आरोप लगाया था. इसी साल फरवरी में भारत में बनी Eye drops एजरीकेयर आर्टिफिशियल टियर्स को अमेरिका में न इस्तेमाल करने की अपील की गई और आरोप लगाया गया कि इन Eye drops के इस्तेमाल से अमेरिका में 55 लोगों को इंफेक्शन हुआ और एक व्यक्ति की जान चली गई.
भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश में हर साल टेस्टिंग के दौरान 2 से 3 प्रतिशत दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरती और उन्हें बाजार में आने से रोक दिया जाता है इसके बावजूद विदेशों से भारत की दवाओं को लेकर शिकायतें आ रही हैं. आपको बता दें कि दुनिया के 206 देशों में भारतीय दवा निर्यात की जाती है. भारत का दवा बाजार 2030 तक 130 अरब डॉलर यानी तकरीबन 10 लाख करोड़ रुपए की वैल्यू का हो सकता है.