कानपुर। चंद्रयान -3 के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग होने पर पूरे देश में खुशी और उत्साह का माहौल है। 23 अगस्त को इसरो ने चंद्रयान तीन को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करवाकर इतिहास रचने के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान की लैंडिंग करवाने वाला विश्व का पहला देश बन गया। चंद्रयान तीन की सफल लैंडिंग से उत्साहित रक्षा कर्मियों ने शुक्रवार को आयुध उपस्कर निर्माणी फूलबाग कानपुर के मुख्य द्वार पर एच. एंड. एस. फैक्ट्री इम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले महामंत्री जमालुद्दीन के नेतृत्व में खुशी जाहिर करते हुए जश्न मनाया। इस दौरान सभी निर्माणी कर्मचारियों के साथ राहगीरों को मिष्ठान का वितरण किया गया। इस दौरान इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री जमालुद्दीन ने कहा कि चंद्रयान तीन की सफल लैंडिंग के पीछे इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ के साथ सभी साथी वैज्ञानिकों और उनकी पूरी टीम की कई वर्षों के कड़े परिश्रम और लगन का नतीजा है। जिस कारण आज भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग करवाने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। इसके लिए निर्माणी कर्मचारियों के साथ सभी देशवासियों को इसरो के अपने सभी वैज्ञानिकों और पूरी टीम पर गर्व है। कानपुर की धरती पर स्थित रक्षा का चौथा स्तंभ नाना राव पेशवा के किले के रूप में विरासत आयुध उपस्कर निर्माणी का हर कर्मचारी इसरो के उन सभी महान वैज्ञानिकों और पूरी टीम को सलाम करता है। इस दौरान मुख्य रूप से इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष रामबाबू वर्मा, नसरत अली, सुनील यादव, कार्यसमिति सदस्य संदीप खन्ना, अखिलेश सिंह चौहान, प्रदीप कुमार, दिग्विजय सिंह, शान मोहम्मद, संतोष तिवारी, मयंक कुशवाहा, रवि द्विवेदी, शाकिर खान, नदीम सिद्दीकी, गुलाब सिंह, विकास श्रीवास्तव आदि रहे।