
# खाध विभाग की टीम ने बडा चौराहा स्थित शापिंग मॉल में की छापेमारी
# मुस्लिम समुदाय द्वारा कार्यवाई का किया जा रहा विरोध मुस्लिम संस्थाओं की बयानबाजी शुरू
कानपुर नगर, भारत देश में कोई भी नियम या आदेश केंद्र या राज्य सरकार द्वारा दिये जाते है और विभागों द्वारा उसे क्रियान्वित किया जाता है लेकिन जनता के लिए बने उत्पादों में हलाल प्रोडेक्ट का प्रमाणपत्र कोई आधिकारिक अथवा सरकारी संस्था नही देती बल्कि कई निजी कम्पनियां ओर ऐजेसिंया प्राइवेट तौर पर हलाल प्रमाण मुहैया कराती है और बडी बात यह कि कई महीनों से चल रहे इस खेल पर किसी विभाग की नजर नही गयी। यह देश के लिए एक बडे षडयंत्र के रूप में देखा जा रहा है तो वहीं जानकरों की माने तो इसमें विदेशी ताकतों का भी हाथ हो सकता है। फिलहाल अब प्रशासन सचेत हुआ है और हलाल प्रमाणापत्र देेने के साथ उन उत्पादों की कम्पनियों पर कार्यवाई के आदेश दिये है, जिसके बाद कानपुर के एक मॉल में खाध विभाग द्वारा छापेमारी की गयी।
भारत देश में उत्पादित वस्तुओं पर किसी प्रकार के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नही होती लेकिन मानकों की देखरेख के लिए कुछ सरकारी नियम अवश्य है, बावजूद इसके सरकार के ही समानान्त एक हलाल प्रोडेक्ट प्रमाणपत्र का खेल चल रहा है और अब लखनऊ में जब इस पर मामला दर्ज किया गया तो सरकार द्वारा कडा एक्शन लिया गया है। कार्यवाई के अतंगत उ0प्र0 के सभी जिलों में सोमवार को खाध विभाग द्वारा छापेमारी शुरू कर दी गयी है। जहां अभी तक इसे लेकर व्यापारियो में किसी प्रकार की हलचल नही देखी जा रही है तो समुदाय विशेष के लोगों ने इस पर आपत्ति उठानी शुरू कर दी है। कुछ मुस्लिम संस्थाओं ने बयानबाजी भी शुरू कर दी है। कानपुर के बडे चौराहा स्थित शापिंग मॉल में विभाग द्वारा छापमारी की गयी, हलांकि जिस प्रोडक्ट पर रोक लगाइ गयी है वह प्रोडेक्ट विभाग की टीम को नही मिले लेकिन फिर भी अधिकारियों द्वारा मॉल में बने सभी फूड कोर्ट में चेकिंग की गयी। छापेमारी के दैरान खाध सुरक्षा अधिकारी प्रदीप पटेल का कहना है कि यहां कोई हलाल प्रोडेक्ट तो नही मिला लेकिन कार्यवाई जारी रहेगी और अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की जायेगी साथ ही इसके लिए कई टीमों का गठन भी जल्द ही किया जायेगा। जहां इस कार्यवाई पर मुस्लिम संगठनों द्वारा आवाज उठनी आरम्भ हो गयी है तो वहीं सहरानुपर में भी जीमयत उलमा-ए-हिंद के हलला ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियाज अहमद फारूखी का बयान सामने आया है, उन्होने कहा कि हलाल लिखे उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना गलत है और इसे लेकर वह कोर्ट का दरवाजा भी खटखटायेंगे।