
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सतारा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह के फेक वीडियो को लेकर कार्रवाई की मांग की है। पीएम मोदी ने कहा कि फर्जी वीडियो के जरिए समाज में तनाव पैदा करने की साजिश रची जा रही है। देश में लोकतंत्र, शांति और सद्भाव के लिए मैं देश के लोगों से आग्रह करूंगा कि वे फर्जी वीडियो और तस्वीरों को उजागर करें और पुलिस को रिपोर्ट करें। हमारा सामाजिक न्याय का तरीका समाज में विभेद करने का नहीं है, बल्कि समाज को जोड़ने का है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने चुनाव आयोग से अपील करते हुए कहा कि समाज को फर्जी वीडियो से बचाना हमारी जिम्मेदारी, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार का रवैया गरीबों को लेकर क्या होता था, इसका अंदाजा आप उनकी नीतियों से लगा सकते हैं। जब कांग्रेस की सरकार थी, तब हजारों टन अनाज सरकार के गोदामों में सड़ता था। कांग्रेस सरकार उसे गरीबों को देने को तैयार नहीं थी। मना कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कांग्रेस सरकार अनाज गरीबों में बांटे।
क्या है पूरा मामला
भाजपा ने पहले आरोप लगाया था कि तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह का एक एडिटेड वीडियो प्रसारित किया गया था जिसमें उन्हें एससी-एसटी और ओबीसी समुदायों के आरक्षण को हटाने का झूठा वादा करते हुए दिखाया गया था। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि छेड़छाड़ किया गया वीडियो कथित तौर पर आधिकारिक तेलंगाना कांग्रेस के एक्स हैंडल द्वारा साझा किया गया था और उसके बाद, पार्टी के कई नेताओं ने इसे दोबारा पोस्ट किया। इस बीच, दिल्ली पुलिस साइबर सेल की एक टीम अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो को पोस्ट करने के लिए सोशल मीडिया हैंडल को नोटिस जारी करने के लिए सोमवार को तेलंगाना के लिए रवाना हुई, जिसमें उन्हें कथित तौर पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए आरक्षण को खत्म करने का वादा करते हुए सुना जा सकता है।
#WATCH | Maharashtra: During a public rally in Satara, Prime Minister Narendra Modi says, ” Those people who can’t take on NDA and BJP face-to-face, they’re now spreading fake videos on social media. In the voices of our party leaders, by using Artificial Intelligence, sometimes… pic.twitter.com/f0c0sbgoSF
— ANI (@ANI) April 29, 2024