जम्मू-कश्मीर में सरकार की कमान संभालते ही उमर अब्दुल्ला को आतंक की जिस बढ़ती चुनौती से जूझना पड़ रहा है उसमें केंद्र की और मदद हासिल करने के लिए उमर ने दिल्ली आकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसी बीच खबर आई कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में बृहस्पतिवार सुबह आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मार दी, जिसमें वह घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले शुभम कुमार को बटागुंड गांव में आतंकवादियों ने गोली मार दी। शुभम कुमार को गोली हाथ में गोली लगने के बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। हम आपको बता दें कि पिछले एक हफ्ते में कश्मीर में प्रवासी मजदूरों पर हमले का यह तीसरा मामला है। रविवार को गांदरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर हुए आतंकी हमले में छह प्रवासी मजदूरों और एक स्थानीय चिकित्सक की मौत हो गई थी, जबकि 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस बीच, गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले में शामिल एक आतंकवादी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें वह कश्मीरी पोशाक ‘फेरन’ पहने और हाथ में एके-राइफल लिए हुए नजर आ रहा है, लेकिन जांचकर्ताओं ने कहा है कि उन्हें अभी इस बात की पुष्टि होनी है कि यह आतंकवादी 20 अक्टूबर को हुए हमले में शामिल था या नहीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी को एक झोपड़ी में प्रवेश करते हुए देखा गया है। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि यह वही झोपड़ी है जो गगनगीर सुरंग निर्माण स्थल के पास मौजूद है। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा अधिकारी विभिन्न पहलुओं के आधारों पर फुटेज की प्रामाणिकता का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के ऊपर दाहिने कोने में ‘27 जनवरी’ अंकित है, हालांकि यह सेटिंग या तकनीकी समस्या के कारण हो सकता है। उन्होंने बताया कि आतंकवादी के हाथ में जो राइफल दिख रही है, उसके अगले सिरे पर नीले रंग का निशान है। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने पीर पंजाल क्षेत्र में सुरक्षाबलों पर किए गए हमलों में इस तरह की राइफल का इस्तेमाल किया था। पीर पंजाल गगनगीर से लगभग 200 किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी में दिखे आतंकवादी ने अपना चेहरा नहीं ढका हुआ है जबकि हमले के प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि हमलावरों ने अपना चेहरा ढक रखा था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब तक एकत्र किये गये साक्ष्यों के बारे में टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि इससे मामले की जांच प्रभावित हो सकती है।
उमर ने दिल्ली में की केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर केंद्र शासित प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। इन मुद्दों में राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने का मुद्दा भी शामिल था। पिछले सप्ताह पदभार संभालने के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे अब्दुल्ला ने गृह मंत्री के साथ करीब 30 मिनट तक बैठक की। अब्दुल्ला ने बाद में कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी, जिस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को जम्मू-कश्नीर की स्थिति से अवगत कराया और राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर भी चर्चा की। हम आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के वर्ष 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से पुलिस बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री अब्दुल्ला कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे और उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।