उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम कथा पार्क में दीपोत्सव के अवसर पर विपक्ष को जमकर सुनाया। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया से आए सनातन धर्म के अनुयायी दीपोत्सव के कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति से आयोजन को नई दिव्यता प्रदान कर रहे हैं।जहां धर्म स्वयं मानव रूप में अवतरित हुए, जहां हर कण में मर्यादा है, जहां हर दीप में दया है, हर हृदय में जहां भगवान श्रीराम का वास है।
उन्होंने आगे कहा कि 2017 में जब हम लोगों ने पहला दीपोत्सव करने का निर्णय लिया था। इसके पीछे का भाव एक ही था कि दुनिया को दीप प्रज्ज्वल कैसे और किस उपलक्ष्य में होने चाहिए।
हजारों वर्ष पहले दुनिया अंधकार में जी रही थी, तब अयोध्या ने अपने भगवान के आगमन में दीप प्रज्ज्वलित किए थे। 2017 में एक लाख 71 हजार और आज लाखों-लाख दीप अयोध्या धाम में प्रज्जवलित होते हैं। ये दीप 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की विजय के प्रतीक हैं। 500 वर्षों तक अपमान को झेलना पड़ा, हमारे पूर्वज संघर्ष में रहे, ये दीप उसी के प्रतीक थे।
सीएम योगी ने कहा कि तब भगवान राम तंबू में विराजमान थे। अब भगवान अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हैं। हर दीप याद दिलाता है, सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। सनातन धर्म 500 वर्षों तक लगातार संघर्ष करता रहा। सदियों तक विदेशी आक्रांताओं ने सारे षड्यंत्र किए, आस्था के प्रतीकों को तोड़ा गया, अपमानित किया गया।
उन्होंने कहा, आस्था खंडित हुआ, लेकिन श्रद्धा डिगी नहीं, अविचल रही। तब भी एक ही संकल्प था, रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। 1950 से लेकर 1980 तक मंदिर को ताले में बंद किया गया। 1986 तक ये स्थिति बनी रही, रामलला की जन्मभूमि में ही कैद करके रखने का कुत्सित प्रयास हुआ। वो कौन लोग थे, जो आस्था को कैद करने का काम कर रहे थे।
सीएम योगी ने कहा कि आस्था तब भी ना झुकी, ना थकी, ना रुकी। भारत की सनातन आस्था बिना रुके आगे बढ़ती रही। न्याय ने हमें धर्मस्थापना के लिए मार्ग प्रशस्त किया। पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री थे, जो अयोध्या में आए, रामजन्मभूमि का दर्शन किया। दर्शन करने के साथ ही उन्होंने राम मंदिर की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने सनातन आस्था को सम्मान देने का काम किया।
उन्होंने आगे कहा कि जब हम यहां लाखों दीपों से अयोध्या धाम को जगमगा रहे हैं। तब हमें ये भूलना नहीं चाहिए, इसी अयोध्या में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने न्यायालय में कहा था कि श्रीराम काल्पनिक हैं। समाजवादी पार्टी ने रामभक्तों पर अयोध्या में गोलियां चलाई थी। ये वो ही लोग हैं, जो बाबर की कब्र पर जाकर सजदा करते हैं।