
# दरभंगा व वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन में हुए भीषण अग्निहांड के बाद जागा उत्तर, मध्य रेलवे विभाग
कानपुर नगर, जब तक कोई बडा हादसा नही होता और यात्री आहत नही होते तब तक रेलवे विभाग नही जागता, यहीं हाल लगभग सभी सरकारी महकमों का है। घटना होने के बाद कुछ दिन तक उस परिपेक्ष में नियम कानून की दुहाई दी जाती है लेकिन कुछ समय बीतने के बाद सब पहले जैसा हो जाता है। दरभंगा एक्सप्रेस और वेशाली एक्सप्रेस टेंªन में हुए भीषण अग्निकांड के बाद एक बार फिर उत्तर, मध्य रेलवे विभाग की नींद खुली और कानपुर संेट्रल के अलावा भी अन्य प्रमुख स्टेशनों में मॉक ड्रिल के माध्यम से जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
जागरूक करने के क्रम में बुधवार को कानपुर सेंट्रल पर एडीआरएम, आरपीएफ, एनडीआरएफ और जिले की पुलिस के साथ मॉक ड्रिल की गयी, इस दौरान दमकल विभाग की गाडी भी मौजूद रही। मॉकड्रील के दौरान एक खराब ट्रेन की बोगी में पहले आग लगाई गयी, फिर उपस्थित फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू किया साथ ही काल्पनिक रूप से बिठाये गये यात्रियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाने का अभ्यास किया गया। इस दौरान कमांडेट एनडीआरएफ अनिल कुमार पाल द्वारा बतया गया कि इस प्रकार के मॉकड्रील से हमें अपनी क्षमता का पता चलता है कि हम कैसे और किस प्रकार किसी घटना के लिए तैयार है। वहीं एडीआरएम संजय सिंह ने बताया कि यदि ट्रेन आग की चपेट में आती है तो उसे किस प्रकार बचाया जाये कैसे राहत व बचाव कार्य किया जाये साथ ही बचाव टीम के लोग भी खुद अपना कैसे बचाव करें इसकी जानकारी दी गयी। इस दौरान रेस्क्यू ऑपरेश और घायल को किस प्रकार अस्पताल पहुंचाया जाये आदि का प्रदर्शन किया गया। इस मॉकड्रिल में रेलवे, एनडीआरएफ, सिविल प्रशासन, चिकित्सा विभाग, पुलिस, सिविल डिफेंस, स्काउट और गाइड की महत्वपूर्ण भूमिका रही।