घी भारतीय रसोई में इस्तेमाल होना एक अहम खाद्य पदार्थ है, जिसे आयुर्वेद में सालों से औषधी के रूप में भी उपयोग किया जाते रहा है. क्योंकि घी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इससे कई सेहत से जुड़ी समस्याएं भी ठीक होती है.
नाभि में घी लगाने के फायदे
– घी नेचुरल मॉइस्चराइजर है जो त्वचा को हाइड्रेट करता है. ऐसे में नाभि पर घी लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है, जिससे ड्राईनेस और खुजली की समस्या दूर होती है. यह सूखी त्वचा को नरम और कोमल बनाता है.
– आयुर्वेद के अनुसार, नाभि पर घी लगाने से डाइजेशन सिस्टम बेहतर तरीके से काम कर पाता है. यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पाचन को सुचारू बनाता है. इससे कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं भी कम होती हैं.
– सर्दियों में, नाभि पर घी लगाने से शरीर में गर्मी बनी रहती है. यह शरीर को ठंड से बचाता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है. घी के पोषण तत्व सर्दियों में विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं.
– घी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं. नाभि पर घी लगाने से शरीर में एक प्रकार की शांति का अनुभव होता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.
– नाभि पर घी लगाने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. यह अंगों को उचित पोषण प्रदान करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है. बेहतर रक्त संचार से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह सुचारू होता है.