वार्ता से असंतुष्ट दिव्यांग महागठबंधन का 30 जुलाई को विधानसभा पर प्रदर्शन 

  • एसीपी हजरतगंज ने अपने कार्यालय में बुलाकर की वार्ता, मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाने का रखा गया प्रस्ताव 
कानपुर। दिव्यांग महागठबंधन के प्रतिनिधि मण्डल ने विशेष सचिव दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश से वार्ता की और वार्ता से असंतुष्ट होने के बाद 30 जुलाई को विधानसभा पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। एसीपी हजरतगंज ने अपने कार्यालय में वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता में एसीपी हजरतगंज से मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री के साथ वार्ता कराने की मांग दिव्यांग महागठबंधन के महासचिव  वीरेन्द्र कुमार ने रखी जिस पर एसीपी हजरतगंज विकास जयसवाल ने पत्र लेकर मुलाकात का समय दिलाने का प्रयास करने का आस्वाशन दिया।
वार्ता के बाद पुलिस वीरेन्द्र कुमार को लेकर कानपुर चली गयी।महागठबंधन के महासचिव वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से नीचे के अधिकारियों से वार्ता के बगैर समस्या का समाधान नहीं होगा। अगर प्रशासन मुख्यमंत्री या प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से वार्ता नहीं करवाता है तो 30 जुलाई को मुख्यमंत्री कार्यालय विधानसभा पर प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन के लिए चार कमेटियां बनाई गई है। हर कमेंटी में पांच पदाधिकारी हैं।दिव्यांग महागठबंधन द्वारा दिव्यांगजनों को नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारंटी , दिव्यांग पेंशन पांच हजार रुपए व 27 सूत्री मांग को लेकर विधानसभा पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। जिसको लेकर शासन वार्ता कर रहा है।
वार्ता में विशेष सचिव अमरनाथ उपाध्याय, संयुक्त निदेशक जयनाथ यादव, महागठबंधन के महासचिव वीरेन्द्र कुमार, अध्यक्ष मनीष प्रसाद, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा, प्रवक्ता तन्यमय श्रीवास्तव, अखिल उत्तर प्रदेश बधिर संघ के अध्यक्ष पीयुष मिश्रा,आल दिव्यांग विकास संगठन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव, दिव्यांग विकास सोसायटी अजीत कुमार, विकलांग कल्याण समिति के मुकेश कुमार, लेखपाल अभ्यर्थी संघ से राम निहाल द्विवेदी, दिव्यांग जीवन ज्योति फाउण्डेशन के संदीप सैनी आदि थे।

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