पिस्ता स्वाद और सेहत दोनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह ड्राई फ्रूट्स में एक अहम स्थान रखता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स की मात्रा भरपूर होती है। लेकिन आजकल बाजार में असली पिस्ता के नाम पर नकली या रंगे हुए पिस्ता बेचे जा रहे हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। अगर आप भी पिस्ता खरीदते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि असली और नकली पिस्ता में फर्क कैसे करें।
क्यों बिक रहा है नकली पिस्ता?
लोगों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए कुछ व्यापारी असली पिस्ता में मिलावट करने लगे हैं।
कई बार सस्ते या पुराने पिस्ते को खाने लायक दिखाने के लिए उन पर हरा या चमकीला रंग चढ़ा दिया जाता है। कुछ मामलों में सूखे या टूटे पिस्ते को मिलाकर थोक में बेचा जाता है।
असली-नकली पिस्ता की पहचान कैसे करें?
रंग से पहचानें
असली पिस्ता का रंग हल्का हरा या हरा-भूरा होता है। अगर पिस्ता बहुत ज्यादा चमकीला या एकदम गहरा हरा दिख रहा है, तो समझ जाएं कि उसमें रंग मिलाया गया है।
पानी में डालकर देखें
थोड़े पिस्ते को पानी में डालें। अगर रंग मिलाया गया होगा तो पानी का रंग तुरंत हल्का हरा या नीला हो जाएगा। असली पिस्ते में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है।
सुगंध से पहचानें
असली पिस्ते में हल्की नैचुरल खुशबू होती है, जबकि नकली या रंगे हुए पिस्ते से केमिकल जैसी गंध आती है।
स्वाद से जांचें
असली पिस्ता हल्का मीठा और नट जैसा स्वाद देता है। अगर पिस्ता खाने में कड़वा या अजीब स्वाद वाला लगे तो वह नकली या खराब हो सकता है।
खोल की जांच करें
असली पिस्ते का खोल प्राकृतिक रूप से हल्का भूरा और थोड़ा खुरदरा होता है। अगर खोल बहुत चिकना और एक समान रंग का है, तो यह पॉलिश किया गया या नकली हो सकता है।
सेहत पर असर
नकली पिस्ते में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स शरीर में एलर्जी, पेट दर्द, उल्टी या स्किन समस्या पैदा कर सकते हैं। लंबे समय तक ऐसे पिस्ते का सेवन करने से लिवर और किडनी पर भी असर पड़ सकता है।
पिस्ता खरीदने के तरीके
हमेशा ब्रांडेड पैक या विश्वसनीय दुकान से पिस्ता खरीदें।
खरीदते समय एक्सपायरी डेट और FSSAI मार्क जरूर चेक करें।
