- एक दरोगा व एक सिपाही कि देखरेख में शासन के साथ होने वाली बैठक में जायेंगे वीरेन्द्र कुमार
कानपुर। दिव्यांग महागठबंधन के महासचिव व राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार को पुलिस ने 26 जुलाई कि शाम लगभग 7.30 बजे उनके बर्रा 8 स्थित आवास पर हाऊस अरेस्ट कर लिया। जैसे ही इसकी सूचना राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के पदाधिकारियों व सदस्यों को हुई वो वीरेन्द्र कुमार के आवास पर पहुच कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और हाऊस अरेस्ट से मुक्त करने की मांग करने लगे। दिव्यांग नारा लगा रहे थे भिक्षा नहीं रोजगार चाहिए – जीने का अधिकार चाहिए, हम अपना अधिकार मांगते – नहीं किसी से भीख मांगते, हमसे जो टकराएगा – हम जैसा हो जाएगा। दिव्यांग मांग कर रहे थे कि शासन में होने वाली बैठक में वीरेन्द्र कुमार को जाने कि अनुमति दी जाय।
अधिकारियों ने एक दरोगा व एक सिपाही कि देखरेख में वीरेन्द्र कुमार को बैठक में लखनऊ जाने की सहमति दे दी।ज्ञात हो कि दिव्यांग महागठबंधन ने 30 जुलाई को मुख्यमंत्री कार्यालय विधानसभा लखनऊ में दिव्यांग महागठबंधन द्वारा नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारंटी , दिव्यांग पेंशन पांच हजार रुपए व 27 सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन आयोजित किया है। 28 जुलाई को दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव से वार्ता होनी है। इधर सरकार अधिकारियों से वार्ता कर रही है और उधर महासचिव वीरेन्द्र कुमार को हाऊस अरेस्ट कर लिया है।
जिला अध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि दिव्यांग संगठनों के पदाधिकारियों को जेल में डालकर सरकार आन्दोलन कुचलना चाहती है तो ये सरकार कि भूल है। उत्तर प्रदेश के 54 लाख दिव्यांगजन अब जागरूक हो गये हैं। आप सौ दो सौ लोगों को रोकेंगे। हजारों दिव्यांगजन सड़कों पर नजर आएंगे। महिला मोर्चा की अध्यक्ष अल्पना कुमारी ने कहा कि हम पुलिस का उत्पीड़न कतई बर्दास्त नहीं करेंगे। अपने अधिकार के लिए सरकार से लड़ेंगे।
प्रदर्शन करने वालों में जिला अध्यक्ष राहुल कुमार, महिला मोर्चा अध्यक्ष अल्पना कुमारी, गुड्डी दीक्षित, अरविंद सिंह, कमलेश कुमार, जितेंद्र गुप्ता, रंजीत कुमार, राहुल विश्वकर्मा, कर्मेंद्र कुमार, वैभव दिक्षित, धीरेंद्र केसरवानी, राजा, सरला, गोमती वर्मा, राम जानकी, सोनी आदि शामिल थे।