
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य आजकल लगातार श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों पर सवाल उठा रहे हैं, साधु-संतों के बारे में अनर्गल बातें कह रहे हैं, रोजाना ट्वीटों के जरिये जातिवादी राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें किस मिशन पर लगाया है यह तो वही जानें लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य जो कुछ कह रहे हैं या कर रहे हैं उससे सामाजिक सद्भाव प्रभावित हो रहा है। पिछले दिनों जिस तरह स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में कुछ लोगों ने श्रीरामचरितमानस की प्रतियों का अपमान किया उससे लोगों की भावनाएं गहरे तक आहत हुईं। हिंदू विरोधी बयानों और ट्वीटों से जब मन नहीं भरा तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास को सामने देखते ही उन्हें भगवा आतंकवादी कह दिया। यह सुनते ही महंत राजू दास का भड़कना स्वाभाविक था।
हम आपको बता दें कि यह सारा विवाद तब खड़ा हुआ जब बुधवार को लखनऊ के एक होटल में मौर्य और महंत राजू दास का आमना सामना हुआ। दोनों एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में अतिथि के रूप में बुलाये गये थे। इस बारे में महंत राजू दास ने बताया है कि जब वह एक चैनल के कार्यक्रम में भाग लेने होटल के अंदर जा रहे ते तब वहीं से मौर्य वापस लौट रहे थे। इसी दौरान मौर्य ने कहा कि देखो भगवा आतंकवादी आ गया। महंत राजू दास ने कहा कि मौर्य ने उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि ये रामचरितमानस के ठेकेदार हैं। राजू दास ने कहा कि इसी मामले पर जब मैंने मौर्य से सवाल-जवाब किया तो हाथापाई हो गयी।
महंत राजू दास ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य शुद्ध रूप से राजनीतिक गुंडा हो गया है। उन्होंने कहा कि हम सहिष्णु हैं, हम कुछ बोलते नहीं हैं लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि कुरान के बारे में डेनमार्क में एक कार्टून बना और 9 लोगों की हत्या हो गई। लेकिन दूसरी ओर बार-बार सनातन संस्कृति का मजाक उड़ाया जा रहा है, हिंदू धर्म और संतों पर टीका-टिप्पणी की जा रही है। साधु-संतों को आतंकी कहा जा रहा है। यह सब ठीक नहीं है। महंत राजू दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार भरे मंच से कहा था कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो रामचरितमानस को बैन कर देंगे।
प्राचीन हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा कि वह संवैधानिक लड़ाई लड़ते हैं। इसलिए संविधान के तहत उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से समाज में कुरीति फैलाकर समाज को बांटने का काम किया जा रहा है वह ठीक नहीं है। महंत राजू दास ने कहा कि जो लोग सनातन धर्म संस्कृति को गाली देकर अपनी जमीन तलाश रहे हैं, उन्हें इस कोशिश का परिणाम 2024 में पता चल जाएगा।