
# डाक्टरों की माने तो अभी भारत में नही इसका प्रभाव
कानपुर नगर, जिस प्रकार 2019 में कोरोना वायरस ने चीन से चलकर पूरे विश्व में कहर बरपा दिया था, वह यादे अभी लोगों के मस्तिष्क से भूमिल भी नही हो पाई कि अब चीन में एक और वायरस फैलने की खबर से लोगों में दहशत हो गयी है। इस बीमारी अभी केवल बच्चों में देखा जा रहा है लेकिन सोशलमीडिया के माध्यम से चीन में बच्चों के जो हालात सामने आये है उसने एक बार फिर डाक्टरों को भी चितिंत कर दिया है। वहीं डाक्टरो की माने तो समाचार सही है लेकिन अभी भारत में इसका कोई भी प्रभाव नही पडा है साथ ही उन्होने सतर्कता बरने और बाहर मास्क लगाकर ही रखने की सलाह दी है।
भारत मेें मौसम परिर्वतन के साथ अक्सर लोगों को सीजनी वायरल खासीं, जुखाब, बुखार होता है। जब यह बढता है तो इसे निमोनिया का नाम दिया जाता है। खासतौर पर छोटे बच्चों में यह बीमारी ज्यादा पायी जाती है, जिसका इलाज तो लम्बा है लेकिन सहज भी है। अब चीन से कुछ ऐसी फोटुए सामने आई है, जिसमें बच्चों को निमोनिया की शिकायत पाई गयी है और वह भी इतनी गंभीर कि उसके भंयकर परिणाम सामने आये है, जिसे देखकर दुनिया फिर सहम उठी है। वहीं डाक्टरों का कहना है कि सामाचार तो सत्य है लेकिन अभी भातर में इसका कहीं भी प्रभाव देखने को नही मिला है तो वहीं कहा कि व्यक्ति को एहतियात बरतना होगा और घर से निकलते समय मुंह में मास्क लगाकर निकलने की सलाह दी गयी है साथ ही कहा कि यदि सर्दी के जरा से भी सीमटेंस दिखाई देते है तो तत्काल डाक्टर से परार्मश लेने की सलाह दी।
विश्वस्तरीय प्रोमेड संस्था ने दी नये निमोनिया वायरस की जानकारी
2019 में जब चीन से कोरोना वायरस सक्रीय हुआ था तो इसकी जानकारी सर्वप्रथम एक विश्वस्तरीय संस्या प्रोमेड द्वारा दी गयी थी और एक बार भी इसी प्रोमेड संस्था ने चीन में नये वायरस बढने की जानकारी दी है। दूसरी तरफ डब्ल्यूएचओ द्वारा चीन से इस बारे में जानकारी भी मांगी गयी है कि आपके यहां ये चल क्या रहा है। बतादें के बीते अक्टूबर मांस से चीन में बच्चों को निमोनिया की ही तरह एक बीमारी ग्रसित कर रही है, जिसमंे फेफडों का जाम होना ओर सांस न ले पाने के लक्षण सामने आये है और अब प्रीमेड द्वारा दी गयी इस जानकारी के बाद पूरे विश्व की निगाहे एक बार फिर चीन की तरफ गड गयी है।