
# लोगों की बढती भीड के कारण पुलिस ने तांत्रिक को किया मना, हुई कहा-सुनी
कानपुर नगर, समय-समय पर समाचारपत्रों के माध्यम से अंधविश्वास से जुडी घटनाओं और उनके कारण तबाह होने वाले परिवारों की कहानिंया-किस्से हमारे सामने आते रहते है। कहीं शव को जिंदा करने की जिद, कहीं खजाने की जानकारी करना, कहीं सम्पत्ति दिलाना तो कहीं बिछडे प्रेमियों को मिलने का कम आज भी सभ्य समाज के बीच रहकर यह तांत्रिक करते आ रहे है और लोग भी जाहिलों की तरह इनके बहकावे में आ जाते है। कुछ ऐसा ही मामला तब सामने आया, जब कानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस की उपस्थिति में एक शव के परिजनांे के साथ आये तांत्रिक ने शव को जिंदा करने का दांवा कर दिया और अपनी तांत्रिक क्रियाओं को अंजाम देने लगा। इतना ही नही वह शव के साथ कुछ घंटों के लिए सो भी गया। यह खबर आग की तरह फैली और पोस्टमार्टम हाउस में लोगों की भीड लगना शुरू हो गयी।
घटनाक्रम कुछ यूं रहा कि घाटमपुर के भैरमपुर में रहने वाले 48 वर्षीय रामबाबू को सांप ने काट लिया था, जिसका पंचनामा भरकर पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए लाई थी। अब कहानी यहीं से शुरू होती है। कई कहानियों में ऐसा दर्शाया गया है और यह प्रचलित भी है कि अधिकांश अवस्था में सांप के काटने पर व्यक्ति की मौत नही होती और तंत्र-मंत्र की सहायता से उसे जीवित किया जा रहा है। शायद इसी कहानी पर विश्वास कर मृतक रामबाबू के परिजन एक अधेड उम्र के तांत्रिक सरताज के साथ शव में पुनः जान डलवाने के लिए पोस्टमार्टम हाउस जा पहुंचे।
पहले वहां तांत्रिक ने कहा कि वह शव को पुनः जिन्दा कर देगा। अब वहां और भी शव थे लेकिन सभी तांत्रिक की इस बात पर विश्वास करने लगे तो वहीं भी खामोश रही। तांत्रिक ने शव के आस-पास पानी छिडकते हुए मंत्र बुदबुदाना शुरू किया और फिर लाश के पास ही सो गया। काफी देर तक यह नजारा चलता रहा और खबर फैलने के साथ ही सैकडों लोगों की भीड पोस्टमार्टम में एकत्र हो गयी। अब पुलिस द्वारा तत्काल एक्शन लेने हुए तांत्रिक को एसा करने से मना किया गया। फिलहाल यह मामला सोशल मीडिया में खूब फैला और लोग बडे चाव से पूरे मामले की जानकारी लेते नजर आये।