- उकसा रही है दिव्यांगों को आत्महत्या के लिए सरकार
कानपुर। दिव्यांग महागठबंधन की बैठक ईको गार्डन लखनऊ में सम्पन्न हुई । बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सरकार की धोखेबाजी के खिलाफ 8 मई को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में हनुमान चालीसा व लोकभवन में ताला डाला जाएगा।दिव्यांग महागठबंधन दिव्यांगजनों को नौकरी, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा की 100 फीसदी गारंटी देने, दिव्यांगों की पेंशन पांच हजार रुपए मासिक करने, लेखपाल व मुख्य सेविका अभ्यर्थियों को नौकरियों में रखने, सीजनल अमीनों का विनियमितिकरण करने, नौकरियों में आरक्षण कोटा पूरा करने, सभी दिव्यांगों को आवास, आयुष्मान, अन्त्योदय कार्ड बनाने,दिव्यांगजन अधिनियम 2016 लागू करने, सरकारी नौकरियों में चलन क्रिया वाले दिव्यांगों की सभी श्रेणियों को शामिल करने सहित 14 सूत्री मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहा है। वीरेन्द्र कुमार ने कहा की दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेन्द्र कश्यप केवल यूपी उत्तर प्रदेश अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की बातों पर हां में हां मिलाते रहो। दिव्यांग महागठबंधन के प्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी गई। राजस्व व बाल विकास पुष्टाहार विभाग के अधिकारी महागठबंधन के पदाधिकारियों के सवालों का जवाब नहीं दे सके। वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि हम किसी दिव्यांग को आत्महत्या नहीं करने देंगे। इसके लिए हमें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। उन्होंने कहा कि 8 मई को आर पार का संघर्ष होगा। इसके लिए हमें दिव्यांगजनों के अधिकारों को दिलाने के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी हम देंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए महागठबंधन के अध्यक्ष मनीष प्रसाद ने कहा की 8 मई को विधानसभा के सामने लोक भवन में मुख्यमंत्री कार्यालय में उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन ताला डालकर व बीजेपी कार्यालय में अपना विरोध प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
मनीष प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है।दिव्यांगों को अगर न्याय नहीं मिलता है तो अब आंदोलन सरकार व शासन के खिलाफ होगा सड़क पर होगा। अधिकारियों के संवेदनहीनता के विरोध में ये आंदोलन है, सरकार के झूठ के खिलाफ आन्दोलन है।
आज की बैठक में दिव्यांग महा गठबंधन के महासचिव वीरेन्द्र कुमार प्रदेश अध्यक्ष से मनीष प्रसाद कोषाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा, दुर्गेश कुशवाहा सीतापुर, राम निहाल द्धिवेदी गोण्डा,, कृष्ण कुमार सिंह चन्दौली, तेज बहादुर प्रसाद देवरिया, कौशल गौड़ कानपुर, अजीत मिश्रा आजमगढ़ , ज्ञानेंद्र पाठक लखनऊ शामिल थे।