
पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और स्वास्थ्य कर्मचारी सविता मौर्या की बेवफाई की लिस्ट में कोरबा जिले की एक शिक्षिका का भी नाम जोड़ दिया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे एक मजदूर पति ने अपनी शिक्षिका पत्नी पर नौकरी लगने के बाद गैर पुरुष से नाजायज संबंध रखने और मना करने पर उसे छोड़कर चले जाने का आरोप लगाया है. पति ने भी आलोक मौर्या और अर्जुन मौर्या की तरह अपनी पत्नी को काबिल बनाने अपनी जमा पूंजी लगाने की बात कर बेवफा पत्नी पर उचित कार्यवाही की मांग जिला शिक्षा अधिकारी से की है.
शांति कुमार ने आगे बताया कि जब पत्नी की बेवफाई की दास्तां अपने ससुराल वालों को बताया कि आपकी बेटी गलत रास्ते में जा रही है. तब मायके वाले अपनी बेटी को समझाने के बजाये उल्टा मेरे प्रति उसे और भड़का दिया. मेरी पत्नी को अपने साथ ले गए. तब से पिछले 2 साल से वह मेरे साथ नहीं रहती.
पीड़ित पति का आरोप है कि उसकी पत्नी अपने साथ पति का अंक सूची, आधार कार्ड, जमीन की रजिस्ट्री पेपर व अन्य दस्तावेज, सोना-चांदी व अन्य सामान को भी लेकर चली गयी है. पीड़ित पति शांति कुमार की माने तो उसकी पत्नी वर्तमान में प्राथमिक स्कूल भदरापारा बालको में सहायक शिक्षिका के पद पर पदस्थ है. पीड़ित पति अब अपनी शिक्षिका पत्नी के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग करते हुए उसे शासकीय सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है.