
भारतरत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 गुलजारी लाल नंदा जी के 126वीं जयंती पर गत 4जुलाई को गाँधीभवन, लखनऊ में गुलजारी लाल नंदा स्मृति संस्थान ने भारत सेवक समाज, उ0प्र0 के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम नंदा स्मृति संस्थान के सचिव एवं आयोजक ज्ञानी त्रिवेदी ने मुख्य अथिति प्रदेश चैयरमैन गोपबंधु पटनायक, सेवानिवृत्त आई0 ए0 एस0 एवं विशिष्ट अथिति प्रदेश महामन्त्री एवं आयकर अधिकारी शरद प्रकाश अग्रवाल के साथ उपस्थित सभी का स्वागत करते हुये कहा कि नंदा जी ने भारत सेवक समाज की स्थापना 12 अगस्त 1952 को तत्कालीन योजना आयोग की संस्तुति पर की थी। वे दो बार भारत सरकार के कार्यवाहक प्रधानमंत्री भी बनाये गए।
उन्होंने भारत सरकार द्वारा आबंटित क्वाटर्स को सांसद न रहने पर स्वयं खाली कर बेटी पुष्पाबेन के अहमदाबाद स्थित घर चले गए थे। जहाँ अंतिम समय तक रहे। उनको किसी मकान मालिक द्वारा कभी निकला नहीं गया था। मुख्य अथिति, विशिष्ठ अथिति सहित वक्ताओं ने कहा कि महान चरित्र नायक राजनैतिक संत की तरह उन्होंने जीवन जिया उनका जन्म दिवस सदाचार दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिये। उनकी जीवनी को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जाए।
महापुरुष केवल किसी दल या समाज के नहीं होते है, उनका आचरण सभी के लिए अनुकरणीय होता है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष एवं माननीय वरिष्ठ विद्यायक राज बहादुर सिंह चंदेल द्वारा भी स्व0 नन्दा जी के जन्म दिवस पर भेजे गये शुभकामना संदेश को महामन्त्री ने पढ़कर सुनाया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से लाल बहादुर राय, एडवोकेट शैलेन्द्र शुक्ल, अखिलेश श्रीवास्तव, योगेश ठाकुर, दीपक अवस्थी, सुशील बाजपेई, अर्चना गुप्ता, राजेश शुक्ला, तीरथ मिश्र, उदय खत्री, सुरेन्द्र, शशी सहित अनेक पदाधिकारी एवं सदस्यगण मौजूद रहे।