
हर साल आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा मनाते हैं. इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करते हैं. खीर का भोग लगाते हैं. शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष होता है. हालांकि इस बार तो शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण पड़ने से चांद की रोशनी में खीर रखने का मामला खटाई में पड़ गया है. यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर आएगा, जिससे इसका सूतक काल भी मान्य होगा. हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण को अशुभ माना गया है. ग्रहण काल में शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है. ऐसे में कल 28 अक्टूबर 2023 को चंद्र ग्रहण के सूतक काल से ही कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है, वरना बड़ा नुकसान हो सकता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान ना करें ये काम
चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. यदि इन नियमों की अनदेखी की जाए तो साधक पर प्रतिकूल असर पड़ता है. विशेष तौर पर चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं कुछ बातों का ध्यान रखें. वरना गर्भस्थ शिशु की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या ना करें.
– गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दौरान बाहर ना निकलें. कोशिश करें कि उन पर ग्रहण के दौरान चंद्रमा की किरणें उन पर ना पड़ें. साथ ही ग्रहण शुरू होते ही अपने पास एक श्रीफल (नारियत) रखें और जब ग्रहण समाप्त हो जाए, तो उसे बहती जलधारा में प्रवाहित कर दें. चूंकि, देर रात तक चंद्र ग्रहण है. अतः नारियल को सुबह भी बहा सकते हैं.
– साथ ही ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली वस्तु जैसे सुई, चाकू, कैंची आदि का इस्तेमाल ना करें.