
पान के पत्तों को पुराने समय से ही माउथ फ्रेशनर तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. पान के पत्ते खाने से आपको फ्रेश फील होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं पान के पत्ते खाने से आपकी सेहत को कई बेहतरीन लाभ प्राप्त होते हैं. पान के पत्ते बॉडी डिटॉक्सीफिकेशन में मददगार होते हैं. वहीं पान के पत्ते यूरिक एसिड जैसी तेजी से बढ़ने वाली बीमारी में एक आयुर्वेदिक औषधि समान काम करते हैं. ऐसे में आज हम आपको बचाने जा रहे हैं पान के पत्ते से कैसे करें यूरिक एसिड को कंट्रोल करते हैं, तो चलिए जानते हैं पान का पत्ता यूरिक एसिड को कैसे बैलेंस करता है……
पान के पत्ते से कैसे करें यूरिक एसिड को कंट्रोल
बॉडी डिटॉक्सीफाई करें
पान के पत्ते में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जोकि आपके शरीर में जमे विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है. ऐसे में जो लोग यूरिक एसिड से जूझ रहे हैं वो पान के पत्तों का शरबत बनाकर पी सकते हैं या पत्तों को चबा भी सकते हैं. इससे आपको कई स्वास्थ लाभ प्राप्त होते हैं.
सांस की समस्या में उपयोगी
पुराने समय से ही पान के पत्तों को बुखार, सर्दी, सीने में जकड़न और सांस से जुड़ी समस्याओं से छटुकाररा पाने के लिए उपयोग किया जाता रहा है. जो लोग सांस की समस्या से जूझ रहे हैं वो पान के पत्तों के साथ लौंग डालकर पानी में उबालएं और सेवन करें. इससे आपको काफी हद तक राहत प्रदान होती है.
जिन माताओं को अपने बच्चों को दूध पिलाने में दिक्कत होती है और इसकी वजह से उनकी ब्रेस्ट में सूजन की समस्या पैदा हो जाती है वो पान के पत्तों को गर्म करके ब्रेस्ट पर रखकर बांध लें. इससे उनको स्वेलिंग में राहत मिलेगी.
सिरदर्द की समस्या में राहत
सिरदर्द होना आज के समय में आम बात है. ऐसे में सिरदर्द से राहत पाने के लिए आप पान के पत्तों को भीगोकर सिर पर रखें. इसके अलावा आप पान के तेल की मसाज भी कर सकते हैं.
यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. BPS NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.