
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के चीफ मौलाना तौकीर रजा खान के खिलाफ माफिया अतीक अहमद के सपोर्ट में ‘भड़काऊ’ बयान देने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि तौकीर रजा खान ने बीते 7 मई को यूपी के फरीदपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद के मर्डर और सपा नेता आजम खान के ‘अपमान’ का बदला लेना चाहिए. जिसके बाद तौकीर रजा खान के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. इसका संज्ञान लेते हुए तौकीर रजा खान के खिलाफ अब आईपीसी की धारा 295-ए यानी जानबूझकर व दुर्भावनापूर्ण कृत्य धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से, के तहत केस दर्ज किया गया है.
बता दें कि यूपी के फरीदपुर में पुलिस चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर गौरव कुमार की शिकायत के आधार पर तौकीर रजा खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायत में गौरव कुमार ने कहा कि तौकीर रजा खान ने कई जगहों पर जनसभा को संबोधित की. इस दौरान तौकीर रजा ने भड़काऊ भाषण दिए. इसके अलावा तौकीर ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई. इससे शांति भंग होने का खतरा है.
जान लें कि तौकीर रजा खान के खिलाफ मामले की जांच को एसआई सुनील भारद्वाज को सौंपा गया है. इस बीच, एफआईआर पर रिएक्शन देते हुए तौकीर रजा ने कहा कि ऐसा लगता है कि अब हमें बोलने का भी अधिकार नहीं है. पुलिस हिरासत में जिस प्रकार से अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या की गई, हम उसकी निंदा करते हैं, पर मुझे फंसाने के लिए बयान का गलत अर्थ निकाला गया और उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया.
तौकीर रजा खान ने आगे कहा कि ‘बदला’ कहने का अर्थ ये नहीं है कि हम हथियार उठा लेंगे. इसका मतलब है कि हम उन्हें डेमोक्रेसी की ताकत दिखाने के लिए एक साथ वोट देंगे. गौरतलब है कि अतीक अहमद और अशरफ अहमद को हाल ही में प्रयागराज में पुलिस के सामने मीडियाकर्मियों के भेष में 3 हमलावरों ने गोली मार दी थी.
मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि मैं इन केस से डरने वाला नहीं हूं. सरकार मेरे ऊपर मुकदमे लगाकर मुझे चुप नहीं करा सकती है. सरकार अप्रत्यक्ष तौर पर हमारे समुदाय के मतदान के अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है.