
कानपुर नगर, बदले हुए मौसम, वातावरण में नमी और बारिश के साथ चलने वाली तेज सर्द हवाओं ने सांस के मरीजों की तकलीफ बढ गयी है और अस्पतालों में लगातार मरीजों की संख्या बढती जा रही है। हैलट अस्पताल में गुरूवार को ओपीडी में मरीजों की भारी भीड बनी रही। बुजुर्गो के साथ साथ युवाओं में भी ब्रेन स्ट्रोक पाया गया। डाक्टरों ने बताया कि शहर में वायरल के चलते लोगों में जहां बदन, सिर और सीने में दर्द की शिकायत ज्यादा आ रही है तो वहीं नसों की सूजन, तेज दर्द और उल्टी के मरीज आ रहे है। बताया गया कि अभी ज्यादा सर्दी नही पड रही है, सर्दी बढने के साथ और ज्यादा मरीज आयेगे। नमी का मौसम वायरस पनपने के लिए मुफीद होता है। गुरूवार को हैलट ओपीडी में 400 से अधिक मरीज पहुंचे इसके साथ ही चेस्ट हास्पिटल में भी मरीजों का तांता लगा रहा। ज्यादा उम्र के वो मरीज जिन्हे अस्थमा की शिकायत है, उनके लिए इस मौसम में तकलीफ बढ गयी है तो अस्पताल में डाक्टरों की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। बताया गया कि आने वाले मरीजों की संख्या में देखते हुए विशेष रूप से विशेषज्ञों की टीम को तैनात किया गया है। सलाह देते हुए कहा कि बुजुर्ग और बच्चे ज्यादा सर्दी में विशेष तौर पर सुबह और शाम को घर पर ही रहे, गर्म कपडे पहले और मास्क लगातार ही घर से बाहर निकले।
धूल व प्रदूषण से मिली राहगीरांे को राहत
शहर में लगातार प्रदूषण का स्तर बढता जा रहा है। शहर में मेट्रो निर्माण के कारण कई स्थानों में यातायात मंे असुविधा हो रही है तो वहीं वीआईपी रोड, चुन्नीगंज, सीटीआई चौराहा, शारदा नगर आदि कई क्षेत्रों में खुदाई होने के कारण वातावरण में धूल की बढी मात्रा भी लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है, जिससे अस्थमा रोगियों की मुश्किले बढी है तो वहीं लोगों को नेत्र सम्बन्धि परेशानी भी बडी हे। गुरूवार की सुबह बारिश के कारण शहर को कुछ समय के लिए ही सही प्रदूषण और धूल से निजाद मिली। वह स्थान खतरनाक साबित हुए जहां खुदाई की गयी है या चल रही है और काम हो रहा है। बारिश के कारण मिटटी सडकों पर फैल गयी,जिससे राहगीरों और वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बनी।
कंजक्टिवाइटिस के भी रोगी बढे।