गुजरात के सूरत में रविवार देर रात गणेश उत्सव के बीच बवाल हो गया. आधी रात भीड़ ने जमकर हंगामा किया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की. बताया जा रहा है कि पूरा विवाद गणेश भगवान की प्रतिमा पर पथराव को लेकर शुरू हुआ. सूरत के वरियावी बाजार इलाके में देर शाम तक गणेश पूजा हो रही थी, लेकिन रात होते-होते पूरी माहौल अचानक ही हिंसक हो गया. कुछ ही देर में भीड़ उग्र हो गई और पुलिस लाठियां लिए भीड़ के पीछ भागती नजर आई. भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
लोगों की शिकायत थी कि गणेश भगवान की प्रतिमा पर पहले पथराव किया गया. आरोप अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर था. इसके बाद शिकायत लिए लोगों ने थाने का घेराव किया. बड़ी संख्या में भीड़ थाने के बाहर नारेबाजी करने लगी. हालात बिगड़ते देख स्थानीय विधायक को भी आना पड़ा, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. बाद में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.
पुलिस कार्रवाई के बाद भड़की भीड़
पुलिस की कार्रवाई से भीड़ नाराज हो गई और उसने हंगामा शुरू कर दिया. भीड़ में शामिल लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़ फोड़ की और कई गाड़ियों में आग लगा दी. फिर क्या था पुलिस ने तुरंत उपद्रवियों की तलाश शुरू कर दी और ड्रोन के जरिए उन्हें खोजने लगे. हालांकि देर रात स्थिति काबू में आ गई. लेकिन, माहौल की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम गलियों में गश्त लगाती रही है. पुलिस के बड़े अधिकारी भी टीम के साथ घूमते नजर आए.
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा, ‘कुछ बच्चों ने गणेश पंडाल पर पथराव कर दिया, जिसके बाद झड़प हो गई. पुलिस ने तुरंत उन बच्चों को वहां से हटाया. इलाके में तुरंत पुलिस तैनात कर दी गई. सभी जगह लाठीचार्ज किया गया, जिन इलाकों में इसकी जरूरत थी और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया. शांति भंग करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है, चारों तरफ करीब 1,000 पुलिसकर्मी तैनात हैं और जनता भी यहां मौजूद है.’
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, ‘सूरत के सैयदपुरा इलाके में आज 6 लोगों ने गणेश पंडाल पर पथराव किया. इन सभी 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने अन्य 27 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो उत्साह बढ़ाने में शामिल थे. घटना की जांच चल रही है. सूरत के सभी इलाकों में पुलिस तैनात है, जो लोग शांति भंग करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’