नासिक नगर निगम ने आज सुबह नासिक में सात पीर बाबा दरगाह को ध्वस्त कर दिया। बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दरगाह को अनधिकृत पाते हुए इसे हटाने के आदेश जारी किए थे। पुलिस का कहना है कि निवासियों और ट्रस्टियों ने खुद ही दरगाह को हटाने का फैसला किया था और कल देर रात वे इसके लिए एकत्र हुए थे, तभी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। हमले के दौरान पथराव में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले दागे। हिंसा के सिलसिले में अब तक 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
पथराव में शुरू में तीन पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर थी, जो बाद में बढ़कर 21 हो गई। हमले में कई पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस ने पुष्टि की है कि संदिग्धों की 57 मोटरसाइकिलें जब्त की गई हैं। नागरिक अधिकारियों के अनुसार, बुधवार सुबह दरगाह पर अतिक्रमण विरोधी अभियान में नासिक नगर निगम (एनएमसी) के लगभग 50 कर्मचारी लगे हुए थे। इस साल फरवरी में नागरिक निकाय की अतिक्रमण विरोधी टीम ने दरगाह के पास कई अनधिकृत संरचनाओं को हटा दिया था।