भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि को हर साल देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, द्वापर युग में इसी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा में जन्म लिया था। जानते हैं इस साल जन्माष्टमी का पर्व किस तारीख को मनाया जाएगा और पूजा के लिए क्या है शुभ मुहूर्त
इस साल भी अष्टमी तिथि दो दिन होने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर किस दिन श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाना शुभ होगा। तो जानते हैं हिंदू पंचाग के अनुसार कब है जनमाष्टमी।
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि इस साल 15 अगस्त 2025 को रात 11:49 बजे शुरू होगी। इस तिथि की समाप्ति 16 अगस्त की रात 9 बजकर 34 मिनट पर होगी
अष्टमी तिथि में मध्य रात्रि का मुहूर्त 15 अगस्त शुक्रवार को बैठ रहा है, ऐसे में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 15 अगस्त को मनाया जाएगा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त 15 अगस्त को देर रात 12 बजकर 4 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव के लिए 43 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा।
बात व्रत के पारण की करे तो जो लोग 15 अगस्त को जन्माष्टमी व्रत रखेंगे वो व्रत का पारण जन्मोत्सव के बाद यानि 16 अगस्त को 12 बजकर 47 मिनट के बाद कर सकते हैं।
शास्त्रों के अनुसार अगर उदिया तिथि का पालन करते हैं तो जन्माष्टमी व्रत का पारण 16 अगस्त को सूर्योदय के बाद 05:51 मिनट पर सुबह कर सकते हैं।
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