कानपुर। कानपुर के खस्ताहाल और जर्जर सरकारी स्कूलों और उनमें मजबूरी में पढ़ रहे बच्चों के लिए चिंता जाहिर करते हुए कांग्रेस ने तत्काल मुख्यमंत्री और कानपुर में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले का संज्ञान लेते हुए सुधारात्मक कार्यवाही करने की मांग करी।
तिलक हाल में आयोजित बैठक में महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि राजस्थान में जर्जर स्कूल की छत गिरने के हादसे से योगी सरकार अभी तक चेती नहीं हैं। कानपुर में स्कूलों की जर्जर हालत है।मीडिया की पड़ताल में भाजपा के झूठे विकास की पोल खुली है। भाजपा की सरकार में करोड़ों रुपए सरकारी स्कूलों के कायाकल्प के लिए आते हैं पर पता नहीं चलता वो पैसा कहां जाता है और क्या कायाकल्प होता है।
महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि जर्जर स्कूलों में छतों से टपकते पानी, दीवारों और छतों पे लटके सरिया, टूटे चिटके प्लास्टर, स्कूल के अंदर लंबी लंबी घास के बीच बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। ऐसी दयनीय और खतरनाक स्थिति के बारे में कानपुर की मीडिया की पड़ताल में पता चला। कई स्कूलों की बेहद दयनीय स्थिति है। बच्चे जीवन खतरे में डाल के पढ़ने को मजबूर हैं। पानी पीने से लेकर शौचालय में भयावह गंदगी फैली है। इस गंदगी के बीच बच्चे पानी पीने, पढ़ने,शौचालय के प्रयोग के लिए मजबूर हैं।
बैठक में महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता, नरेश त्रिपाठी, हर प्रकाश अग्निहोत्री,प्रतिभा अटल पाल, राजीव द्विवेदी, कृष्णदेव सिंह टिल्लू, शंकर दत्त मिश्रा, आसिफ इकबाल, रवि किशन भारती, राज लक्ष्मी सिंह, अतीक अहमद, धर्मेंद्र चौहान, अमिताभ दत्त मिश्रा, सजल तिवारी आदि थे।