कानपुर। गुप्ताघाट स्थित आयुष्मान भारत नगरीय हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर का नजारा बृहस्पतिवार को बिल्कुल अलग था। दरी पर चौपालनुमा अंदाज में महिलाएँ बैठी थीं और उन्हीं के बीच जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह भी जमीन पर बैठकर उनसे सीधे संवाद कर रहे थे।स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान और मिशन शक्ति 5.0 के तहत आयोजित इस महिला आरोग्य समिति की बैठक में महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं। किसी ने एनीमिया और माहवारी से जुड़ी परेशानी बताई, तो किसी ने बच्चों के पोषण और टीकाकरण से जुड़े सवाल उठाए। माहौल इतना सहज था कि महिलाएँ बिना झिझक अपनी समस्याएँ साझा करती रहीं।
बैठक के दौरान आठवें राष्ट्रीय पोषण माह की गतिविधियों और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभों पर भी चर्चा हुई। महिलाओं को बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत गर्भवती एवं धात्री माताओं को मातृत्व लाभ राशि दी जाती है। लाभार्थी महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से गर्भावस्था के दौरान आर्थिक सहारा मिलता है, जिससे दवा और पोषण की चिंता कम हो जाती है।विशेषज्ञ डॉक्टरों और जेएसआई की टीम ने महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी श्रृंखला के बारे में जानकारी दी जिनमें ईएनटी जांच, मधुमेह और रक्तचाप की जांच, दंत परीक्षण, प्रसवपूर्व जांच, टीकाकरण सेवाएँ, टेलीमानस सुविधा, टीबी जांच, सिकल सेल की जांच तथा मुख, स्तन और ग्रीवा कैंसर की स्क्रीनिंग शामिल है। कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित हुआ। इसमें 35 महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच की गई, 36 महिलाओं का मूत्र परीक्षण हुआ और 32 महिलाओं का पेट संबंधी परीक्षण (एब्डॉमिनल चेकअप) किया गया। 40 महिलाओं को आयरन की गोलियाँ दी गईं और 15 को एल्बेन्डाजोल की खुराक दी गई।
बैठक में आयी अर्चना तिवारी ने कहा कि इस बैठक में उन्हें कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली और वे अब अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग रहेंगी। वहीं एक अन्य महिला उमा ने कहा कि जिलाधिकारी खुद हमारे बीच दरी पर बैठकर एक अभिभावक की तरह हमें हमारे स्वास्थ्य के प्रति जिस तरह से जागरूक कर रहे थे, इससे हमें लगा कि हमारी बातें सचमुच सुनी जा रही हैं। इस दौरान एसीएमओ डॉ. यू. बी. सिंह, जेएसआई प्रतिनिधि हुदा ज़हरा सहित बड़ी संख्या में महिलायें उपस्थिति रही।