मिर्जापुर में सोशल मीडिया पर कमाई और व्यू के चक्कर में नवरात्रि में मां दुर्गा को अपशब्द कहने वाली महिला की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर मुहर लगा दिया है । चंद सिक्कों में धर्म बेच चुके ऐसे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है जो मुफ्त का पैसा मिले तो कुछ भी गा और खा सकते हैं, उसका कारण है कि अभिव्यक्ति की आजादी ने सब बर्बाद कर रखा है । मिर्जापुर जिला, जिसमें माँ दुर्गा का प्रसिद्ध तीर्थ “बिंध्याचल जी” अवस्थित है। यूपी बिहार का तो शायद ही कोई गाँव हो जहां से दस लोग हर नवरात्र में बिंध्याचल धाम न जाते हों। सनातन आस्था के प्रमुख केंद्रों में से एक है वह स्थान, सो वहीं से गंदगी परोसने की शुरुआत की गई। उधर दूसरी घटना आजम खां करीब दो साल के बाद जेल से बाहर आ गए है मीडिया के मुताबिक इनकी रैली में भारत माता को डायन कहा गया था । अब ये भी नवरात्र में जमानत पर निकल आए , इन्हें अभी इलाज भी कराना है । जाहिर है राजनीति में हैं चर्चित तो रहेंगे ही । वैसे नेताओं का कुछ पता नहीं होता । लेकिन संभवतः आजम खां अखिलेश के साथ अब वैसे न रहें । अखिलेश उनके बाहर आने पर घबराए हुए हैं । वे जानते हैं कि आजम उनसे बहुत नाराज हैं । आजम ने खुद मीडिया से कहा कि दो साल में कोई भी बड़ा नेता उनसे मिलने नहीं आया । यूपी में 2027 में चुनाव हैं सो मिर्जापुर वाली घटना और आजम दोनको पर दांव खेला जा रहा ।
मैंने अलग अलग न्यूज चैनल के पेज पर टिप्पणियां पढ़ीं, उस फूहड़ औरत और आजम की गालीबाजी का समर्थन करने वालों की संख्या भी कम नहीं। उसके समर्थन में खड़े होने वालों में अधिकांश ऐसे होंगे जिनकी उनमें पूरी आस्था होंगी और पूरी आस्था से लड़ते है। पर राजनीति में अंधे हो चुके लोग जैसे अपनी समझ भी गिरवी रख चुके हैं। वे हिन्दू होते हुए भी मिशनिरियों की गुलामी कर रहे हैं। कभी कभी लगता है, एक साथ कितने मोर्चों पर लड़ना होगा निर्दोष हिन्दुओं को ? सत्तर वर्षों में पूरी तरह स्थापित हो चुका विदेशी चक्र प्रभावी तो है ही, दूसरे उसे ध्वस्त करने के प्रयास भी बहुत हल्के हैं। कैसे टूटेगा यह चक्र? केवल सरकारी प्रयासों से टूटता तो नहीं दिख रहा है। मुस्लिम वोटों पर आजम की पकड़ सहानुभूति में और भी मजबूत हो गई है । हालांकि भारत माता को डायन कहने का जो महापाप आजम ने किया है , उसका शाप तो उन्हें ताउम्र भुगतना पड़ेगा । अब जबकि आजम खां करीब दो साल के बाद जेल से बाहर आए गए है । जाहिर है अखिलेश उनके बाहर आने पर घबराए हुए हैं । वे जानते हैं कि आजम उनसे बहुत नाराज हैं । यही वजह है कि अखिलेश उनसे मिलने अब रामपुर जाने वाले हैं । आजम ने खुद मीडिया से कहा कि दो साल में कोई भी बड़ा नेता उनसे मिलने नहीं आया । साफ है उनकी नाराजगी सपा के तमाम बड़े नेताओं से है । यह जरूर है कि फिलहाल आजम खां योगी विरोधी आंदोलनों को हवा दे सकते हैं । लेकिन बसपा में जाएंगे या नहीं , यह कहना अभी संभव नहीं ।
ओवैसी की तरह मुस्लिमों की राजनीति आजम खां के कितनी काम आएगी , यह समझने में थोड़ा वक्त लगेगा। आजम खां जिन गुनाहों में जेल गए , उन गुनाहों का शिकार होने वाले 80% मुस्लिम हैं । बड़ी बेशर्मी से उन्होंने गरीबों की जमीनें कब्जाई , बददुवाएं पाई । इधर ऐसे ही एजेंडे के तहत दो-तीन दिन पहले उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से वह कथित गायिका आरेस्ट हुई जो लम्बे समय से माँ दुर्गा के लिए के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए गीत गाती थी। उसके साथ उसका पति और आधा दर्जन और पकड़े गए। ऐसी विद्रोही स्त्रियां और असफल पुरुष स्वभाव से ही लालची होते हैं। इन महोदया के अभद्र होने के पीछे भी यही कारण था। ऐसी हरकतों से तनिक प्रसिद्धि और पैसे भी मिल जाती है, वह लोभ भी रहा होगा। खैर… वह पकड़ी गयी, और अब जेल में है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसने फलाँ के कहने पर यह सब किया है।
कहने वाले ने उसे बताया था कि वह सुप्रीम कोर्ट में महिसासुर का केस जीत चुका है, इसलिए मां दुर्गा को गाली देने में अब कोई खतरा नहीं। आप उस गायिका की तस्वीर देखें तो ही समझ जाएंगे कि उसका बौद्धिक स्तर इतना ही है। उसने सचमुच यह मान लिया होगा कि केस जीता जा चुका है, अब गाली देने में कोई खतरा नहीं..इसके बाद उसने यह भी बताया कि वे पति-पत्नी पहले ही ईसाई धर्म कबूल चुके हैं। कुछ लोगों को इसपर आश्चर्य हो रहा होगा, पर मुझे पहले से ही इस बात पर पूर्ण विश्वास था। आप यकीन कीजिये, यदि कोई व्यक्ति देवी देवताओं को गाली दे रहा है तो इसका एक ही अर्थ है कि वह धर्म छोड़ कर ईसाई हो चुका है। वह नाम से किसी भी हिन्दू वर्ग, जाति का दिख रहा हो, पर यकीनन वह अपना धर्म विदेशी पैसों पर बेंच चुका होता है। वह यदि भारतीय मूल के किसी भी सम्प्रदाय में होता तो देवी देवताओं को गाली नहीं दे रहा होता। आजम खां ऐसे समय में जेल से बाहर आए हैं जब इस्लामिक जेन जी को अचानक प्रोड्यूस किया गया है । 11 साल के दौरान देश जिन दंगों से मुक्त चला आ रहा था , अब उन्हें पूरी तरह प्रोजेक्ट करने की तैयारी नेताओं ने की है । जाहिर है आजम के पास काम की कमी नहीं होगी ।

पंकज सीबी मिश्रा / राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार जौनपुर यूपी