वहीं सांसद और अभिनेता मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार में सिनेमा हाल के भी रेनोवेशन की जरुरत है. अगर बिहार सरकार फिल्म नगरी की घोषणा करें तो हम फिल्म नगरी परिसर में स्टूडियो बनाने को तैयार हैं. फिल्म निर्माताओं को क्वालिटी से समझौता नहीं करते हुए फिल्म निर्माण की दिशा में अग्रसर होना चाहिए. बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति से कितना फायदा होगा, इसको शब्दों में नहीं बताया जा सकता है. अभिनेता सांसद रवि किशन ने कहा कि 20 सालों की यह तपस्या थी, जो आज पूरी हुई. समस्त भोजपुरी सिनेमा की ओर से बिहार सरकार को इसके लिए धन्यवाद है. ओमकार फ़िल्म एंड टेलीविजन प्रोडक्शन के प्रोड्यूसर राजन कुमार ने कहा कि बिहार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के अंतर्गत बिहार में फिल्म की शूटिंग करने पर 4 करोड़ रुपए की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाएगी। यदि कोई प्रोड्यूसर बिहार में बिहार के स्थानीय कलाकारों को लेकर फिल्म बनाता है तो उसे अतिरिक्त अनुदान राशि दी जाएगी। बिहार सरकार के इस प्रयास की हम सराहना करते हैं जिससे बिहार में अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग सह प्रबंध निदेशक दयानिधान पाण्डेय ने सभी अतिथियों के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए कहा कि फिल्म प्रोत्साहन नीति इस वर्ष बिहार सरकार के जरिए अनुमोदित कर दी गई है. इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य फिल्म विधा से जुड़े लोगों को फिल्म प्रोत्साहन नीति के बारे में बताना और उनके सुझाओं और बातों को सुनना है. उन्होंने कलाकारों को बिहार में फिल्म निर्माण के लिए आमंत्रित किया और कहा कि बिहार सरकार फिल्मकारों व कलाकारों को हर प्रकार की सुविधा देने को तैयार है.
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय