हर किसी की रसोई में आपको चावल को देखने को मिल ही जाएगा। वहीं चाहे दाल-चावल हो, बिरयानी या खिचड़ी, हर घर में इसका इस्तेमाल रोजाना होता है। लेकिन आजकल बाजार में नकली या प्लास्टिक जैसा चावल मिलने की खबरें भी आने लगी हैं, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। अगर आप भी सोचते हैं कि कहीं आपके घर का चावल तो नकली नहीं, तो कुछ आसान तरीके हैं जिनसे आप असली और नकली चावल की पहचान खुद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे पहचानें नकली और रियल असली चावल –
पानी में डालकर जांचें
- एक गिलास पानी लें और उसमें थोड़े से चावल के दाने डालें।
- अगर चावल नीचे बैठ जाएं, तो वे असली हैं।
- अगर ऊपर तैरने लगें, तो ये नकली हो सकते हैं।
जलाकर करें टेस्ट
- थोड़े से चावल को एक चम्मच में लेकर जलाएं।
- अगर उसमें से प्लास्टिक या रबर जैसी बदबू आए तो यह नकली चावल है।
- असली चावल जलने पर हल्की सी सुगंध देता है और राख में बदल जाता है।
पकाने के बाद पहचानें
- नकली चावल पकने में ज्यादा समय लेते हैं और चिपचिपे हो जाते हैं।
- चावल मुलायम होने पर भी चिपक रहा है, तो यह नकली हो सकता है।
- असली चावल पकने पर दाने अलग-अलग रहते हैं।
फ्रिज टेस्ट करें
- पके हुए चावल को कुछ घंटे के लिए फ्रिज में रख दें।
- अगर ठंडा होने के बाद चावल में सख्तपन या प्लास्टिक जैसी परत महसूस हो, तो यह नकली है।
- असली चावल ठंडा होने के बाद भी मुलायम रहता है।
उबलते पानी में टेस्ट करें
- एक कटोरी में पानी उबालें और उसमें कुछ चावल डालें।
- अगर चावल ऊपर-नीचे तैरने लगें और सफेद झाग बने, तो यह नकली हो सकता है।
- असली चावल उबलने पर धीरे-धीरे फूलता है।
नकली चावल के नुकसान
- पेट दर्द और गैस की समस्या।
- पाचन तंत्र पर बुरा असर।
- लीवर और किडनी को नुकसान।
- लंबे समय तक खाने से शरीर में टॉक्सिन जमा होना।
सुरक्षा के लिए सुझाव
- हमेशा भरोसेमंद ब्रांड या सरकारी मार्क वाला चावल ही खरीदें।
- सस्ते दाम या खुले में बिक रहे चावल से बचें।
- थोक में खरीदने से पहले थोड़ी मात्रा लेकर टेस्ट करें।
थोड़ी सी सावधानी आपके परिवार को बड़े नुकसान से बचा सकती है। इसलिए अगली बार चावल खरीदते या पकाते वक्त ये छोटे-छोटे टेस्ट जरूर करें।
